दिल्ली मेट्रो परियोजना : 4 कॉरिडोर निर्माण के लिए जमीन देगा उत्तरी निगम
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) परियोजना में 4 कॉरिडोर निर्माण के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) चार साल के लिए उद्यान विभाग की जमीन देगा। यह जमीन जनकपुरी-मजलिस पार्क और आरके आश्रम-मजलिस...
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) परियोजना में 4 कॉरिडोर निर्माण के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) चार साल के लिए उद्यान विभाग की जमीन देगा। यह जमीन जनकपुरी-मजलिस पार्क और आरके आश्रम-मजलिस पार्क पर होगी। उत्तरी निगम जमीन को अस्थायी तौर पर देगा।
इंजीनियरिंग विभाग के सूत्रों के मुताबिक, डीएमआरसी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम की एक संयुक्त टीम ने गत 16 मई 19 को एक संयुक्त सर्वेक्षण किया था। सर्वेक्षण टीम में सहायक अभियंता एसके गुप्ता और उत्तरी निगम के अधिशासी अभियंता विकास रावत सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। सर्वेक्षण के दौरान डीएमआरसी को जनकपुरी-मजलिस पार्क, जनकपुरी से मजलिस पार्क, आरके आश्रम-मजलिस पार्क तथा जनकपुरी से मजलिस पार्क पर क्रमश: 507.55 , 1102.35, 298.972 तथा 432.32 वर्गमीटर भूमि की आवश्यकता थी।
बताया गया कि इन चार पॉकेट पर कुल 2332.19 वर्ग मीटर भूमि के हस्तातंरण के लिए डीएमआरसी की तरफ से उत्तरी निगम के रोहिणी क्षेत्र स्थित उद्यान विभाग को अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के लिए कहा था, लेकिन उत्तरी निगम ने यह नहीं दी थी। यह मामला लॉकडाउन के कारण कई माह से लटका हुआ था।
यह भी बताया गया कि उत्तरी निगम ने अपनी उक्त भूमि के लिए प्रतिवर्ष के हिसाब से डीएमआरसी से शुल्क अदा करने के लिए भी कहा है। उत्तरी निगम स्थायी समिति के चेयरमैन छैल बिहारी गोस्वामी का कहना है कि डीएमआरसी चार वर्षो के लिए उत्तरी निगम को प्रतिवर्ष 16 लाख 51 हजार 775 रुपये का शुल्क अदा करेगा।
इसके साथ ही डीएमआरसी को यह भी कहा गया है कि अगर निगम की भूमि पर कोई भवन संरचना स्थित होगी तो उसे इसकी लागत भी अदा करनी हेागी। उन्होंने बताया कि अस्थायी भृूमि आवंटन के इस प्रस्ताव को गत दिनों स्थायी समिति ने मंजूरी दे दी है। जल्द ही मेट्रो परियोजना के लिए भूमि डीएमआरसी को स्थानांतरित कर दी जाएगी। साथ ही यह भी तय किया गया है कि डीएमआरसी परियोजनाके रास्ते में आने वाली सरंचना जैसे विद्यालय भवन, औषधालय सहित अन्य को हटाने की लागत भी वहन करेगा।