रेमो डिसूजा पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, जानें क्या है इसकी वजह
मशहूर कोरियोग्राफर और फिल्म निर्माता रेमो डिसूजा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का एक दस्ता जल्द मुंबई रवाना होगा। इसके लिए सिहानी गेट थाना पुलिस ने पुलिस महानिरीक्षक मेरठ से मुंबई रवानगी के लिए अनुमति...
मशहूर कोरियोग्राफर और फिल्म निर्माता रेमो डिसूजा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का एक दस्ता जल्द मुंबई रवाना होगा। इसके लिए सिहानी गेट थाना पुलिस ने पुलिस महानिरीक्षक मेरठ से मुंबई रवानगी के लिए अनुमति मांगी है। पुलिस ने हवाला दिया है कि रेमो डिसूजा के खिलाफ 2016 में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में जिला अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। अदालत ने रेमो डिसूजा को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने के आदेश दिए हैं।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पुलिस महानिरीक्षक की अनुमति मिलते ही पुलिस पार्टी मुंबई स्थित रेमो डिसूजा के आवास पर दबिश देगी। पुलिस ने बताया कि अदालत ने इस गिरफ्तारी के लिए कोई समय सीमा तो नहीं तय की है, लेकिन जल्द से जल्द गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने को कहा है। फिल्म निर्माण में धांधली से संबंधित इस मामले की सुनवाई एसीजेएम अष्टम की अदालत में चल रही है। आरोप है कि कोर्ट की तारीख पर आरोपी के हाजिर नहीं होने पर पिछले महीने 23 सितंबर को आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।
2013 में बनी थी फिल्म : जानकारी के मुताबिक रेमो डिसूजा ने वर्ष 2013 में फिल्म ‘अमर मस्ट डाई' का निर्माण किया था। इस फिल्म में जरीन खान और राजीव खंडेलवाल मुख्य भूमिका में थे।
यह है मामला
राजनगर में रहने वाले सतेंद्र त्यागी ने वर्ष 2016 में सिहानी गेट थाना पुलिस में तहरीर दी थी। इसमें सत्येंद्र त्यागी ने बताया था कि आरोपी रेमो डिसूजा के साथ उसके पारिवारिक संबंध थे। आरोपी ने उसे मोटे मुनाफे का झांसा लेकर अपने खुद की बैनर तले बनने वाली फिल्म ‘अमर मस्ट डाई’ में पांच करोड़ रुपये लगा दिए। वायदा किया था कि एक साल के अंदर वह 10 करोड़ रुपये लौटा देगा। लेकिन फिल्म बनने के तीन साल बाद भी आरोपी ने उसके पैसे नहीं लौटाए। वहीं वर्ष 2016 में जब उसने अपने पैसे के लिए तगादा किया तो आरोपी ने उसे धमकी भी दी।