पहलवान दिव्या काकरान मामले में मनोज तिवारी ने साधा केजरीवाल पर निशाना, बंधवाई राखी; दिए 5 लाख
सांसद मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि 'सेना से भी सबूत ..खिलाड़ी से भी सबूत..शर्मनाक है ये AAP का रवैया..' मनोज तिवारी ने कहा कि मैं एक भाई की तरह अपनी बहन से मिलने आया हूं।
कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने के बाद पहलवान दिव्या काकरान खासा सुर्खियों में हैं। शुक्रवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने पहलवान दिव्या काकरान को 5 लाख रुपए दिए। सनद रहे कि फिलहाल पहलवान दिव्या काकरान ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाए हैं। दिव्या का आरोप है कि दिल्ली सरकार से उन्हें कभी मदद नहीं मिली। उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों से मैं दिल्ली में हूं और यहां ट्रेनिंग ले रही हूं लेकिन सरकार ने कभी मेरा कोई आर्थिक सहयोग नहीं किया।
मनोज तिवारी ने बंधवाई पहलवान दिव्या काकरान से राखी
पहलवान दिव्या काकरान के घर सांसद मनोज तिवारी शुक्रवार को गए। दिव्या का घर दिल्ली के गोकुलपुरी में है। सांसद मनोज तिवारी ने दिव्या से राखी भी बंधवाई। मनोज तिवारी ने कहा कि मैं एक भाई की तरह अपनी बहन से मिलने आया हूं। उन्होंने आगे कहा कि अपनी बहन को आगे बढ़ाने के लिए मैं जो कुछ भी कर सकूंगा वो करूंगा।
मनोज तिवारी ने ट्वीट कर साधा केजरीवाल पर निशाना
सांसद मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि 'सेना से भी सबूत ..खिलाड़ी से भी सबूत..शर्मनाक है ये AAP का रवैया..' उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में कलाकारों के सांस्कृतिक प्रोग्राम कर जो पैसा एकत्रित होगा उसे बहन को देंगे।
क्यों हैं दिव्या इन दिनों सुर्खियों में
दिव्या ने जब कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी। इसपर दिव्या ने कहा कि मैं 20 सालों से दिल्ली में रह रही हूं लेकिन सरकार ने मेरी मदद नहीं की। दिव्या के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या है दिल्ली सरकार पर दिव्या के आरोप
दिव्या ने कहा कि साल 2017 में वह खुद दिल्ली सरकार के पास मिलने गई थीं। मैंने मदद मांगी तो सरकार की ओर से कहा गया कि लिख कर दीजिए। मैंने यह भी किया लेकिन फिर भी उनकी ओर से कोई फोन-मेल नहीं आया। इसके बाद 2017 के आखिर से मैं यूपी की ओर से खेलने लगी।
2017 तक हर तरह की सहायता दी गई : दिल्ली सरकार
पहलवान दिव्या काकरान के आरोपों का जवाब देते हुए दिल्ली सरकार ने कहा है कि भारत के लिए मेडल लाने वाले सभी खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार प्रमोट करती है। दिव्या काकरान की ओर से मदद का कभी आवेदन ही नहीं किया गया। सरकार के मुताबिक, दिल्ली की तरफ से खेलने वाले खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार कई तरह की स्कीम के तहत सम्मानित करती है। जैसे मिशन एक्सीलेंस, प्ले एंड ग्रो। सरकार की ओर से कहा गया कि साल 2015-16 से हजारों खिलाड़ियों को करोड़ों रुपये की मदद दी जा चुकी है। जो खिलाड़ी सहायता के लिए आवेदन करते हैं उन्हें हर साल सहायता मिल रही है।
दिल्ली सरकार की ओर से दिव्या को 2017 तक खेल सहायता दी जाती रही है। उसके बाद वो उत्तर प्रदेश की तरफ से खेलने लगी। कुश्ती संघ ने भी कहा है कि दिव्या 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश की ओर से खेल रहीं हैं।