दिल्ली को केंद्र सरकार देगी सौगात,दो मेट्रो कॉरिडोर को मिल सकती है मंजूरी; लाखों को फायदा
केंद्र सरकार चुनाव के ऐलान से पहले कैबिनेट बैठक में दिल्ली मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दे सकती है। ये दो कॉरिडोर- लाजपत नगर से साकेत में जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ होंगे।
लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान में अब कम ही समय बचा है। ऐसे में दिल्ली वालों को केंद्र सरकार एक बड़ी सौगात दे सकती है। माना जा रहा है कि केंद्रीय कैबिनेट बुधवार को दो और दिल्ली मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दे सकती है। ये दो कॉरिडोर- लाजपत नगर से साकेत में जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ होंगे। दोनों कॉरिडोर की कुल लंबाई लगभग 20 किलोमीटर है। डीएमआरसी चौथे चरण के तहत इन कॉरिडोर का निर्माण करेगी। जिसकी लागत पर सभी ने चुप्पी साधी हुई है। यह सीधी कनेक्टिविटी देगा।
आठ किलोमीटर लंबे लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर में जहां आठ स्टेशन होंगे। वहीं 12 किलोमीटर लंबे इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन पर 10 मेट्रो स्टेशन होंगे। टीओआई को एक सूत्र ने बताया, 'ये दो लाइनें ट्रेवल के समय को कम कर देंगी क्योंकि यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए (ट्रेनों से) लंबा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। ये बिजी कमर्शियल क्षेत्रों को आपस में जोड़ेंगे। एक बार परियोजनाओं को मंजूरी मिल जाए, फिर डीएमआरसी इसके लिए बोली प्रक्रिया शुरू कर देगी। बढ़ती भीड़ से निपटने के लिए दिल्ली के अधिक हिस्से को मेट्रो से जोड़ने की ज्यादा जरूरत है।'
अधिकारियों ने कहा कि दोनों कॉरिडोर के निर्माण में तेजी लाना दिल्ली-एनसीआर में ट्रेवल को आसान बनाने और प्रदूषण पर अंकुश लगाने के केंद्र के विजन का एक हिस्सा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अपनी सरकार के समग्र दृष्टिकोण को दोहराते हुए कहा था कि मेट्रो लाइनों के विस्तार का उद्देश्य क्षेत्र में यातायात की भीड़ को कम करना और प्रदूषण को कम करना है। हाल ही में, दिल्ली सरकार ने तीन मेट्रो रेल लाइनों के विकास के लिए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) को मंजूरी दी थी और कहा था कि वह चौथे चरण के तहत तीन अन्य कॉरिडोर के लिए मंजूरी लेने की कोशिश कर रहा है।