MCD Meet Decisions: दिल्ली में अब घर बैठे 23 सेवाओं का लाभ, पालतू कुत्तों का कराना होगा रजिस्ट्रेशन
MCD Meet News: दिल्ली में अब घर बैठे लोगों को MCD की 23 सेवाओं का लाभ मिलेगा। यही नहीं दिल्ली में अब पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा। MCD की बैठक में कई प्रस्ताव पास किए गए हैं।
अब घर बैठे लोगों को दिल्ली नगर निगम की 23 सेवाओं जैसे जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, नए स्वास्थ्य व्यापार लाइसेंस के लिए आवेदन व पुराने का नवीनीकरण, नए फैक्ट्री लाइसेंस के लिए आवेदन व पुराने फैक्ट्री लाइसेंस का नवीनीकरण, संपत्ति कर रिटर्न, नए पशु चिकित्सा लाइसेंस व पुराने का नवीनीकरण आदि का लाभ मिलेगा। यह प्रस्ताव निगम की गुरुवार को हुई बैठक में पास हो गया है। इसके अलावा, अब निगम पार्षदों को प्रति सदन की बैठक के लिए 25 हजार रुपये अलाउंस के तौर पर मिलेगा। अभी तक निगम पार्षद को निगम प्रति सदन की बैठक के लिए 300 रुपये मिला करता था।
9 प्रस्तावों को सदन की बैठक में पारित किया गया
वहीं, गुरुवार को हुई बैठक में निगम की सदन की बैठक में 9 प्रस्तावों को पास किया गया। इस बारे में निगम महापौर डॉ शैली ओबरॉय ने प्रेसवार्ता करते हुए जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सदन की बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों जैसे सफाई व्यवस्था, पार्क, आवारा जानवर, स्कूलों सहित अन्य पर विस्तार से चर्चा हुई है। निगम में डोर स्टेप डिलीवरी योजना को लागू करने, निगम की हरदयाल पुस्तकालय की प्रबंधन समिति का गठन करने, पालतू पशुओं के ऑनलाइन पंजीकरण करने, गुलाबी बाग में नाले का निर्माण करने, डाटा एंट्री ऑपरेटर को विस्तार देने, स्वास्थ्य गैस संबंधी प्रस्ताव, मलिकपुर आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी को शिफ्ट करने, पार्षदों की प्रति बैठक अलाउंस में बढ़ोतरी करने और पार्षदों की छुट्टी को स्वीकार करने जैसे प्रस्तावों को पास किया।
पार्षदों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास
वहीं, महापौर ने कहा कि सभी पार्षदों के लिए भी एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किया है। पहले पार्षदों को अलाउंस के तौर पर प्रति मीटिंग 300 रुपये मिलते थे। आर्थिक सहायता नहीं होने से पार्षदों को काफी परेशानी होती है। अब उस 300 रुपये के अलाउंस को बढ़ाकर 25 हजार रुपये प्रति मीटिंग करने का प्रस्ताव पास किया गया है। पार्षदों को अपनी जेब से काफी पैसे खर्च करने पड़ते थे, इसी को देखते हुए सदन की बैठक में इस प्रस्ताव को पास किया गया। बता दें कि पार्षदों को भत्ता, ट्रैवल अलाउंस, मीटिंग आने जाने के लिए कोई खर्च, वेतन, ऑफिस खर्च, ऑफिस बॉय समेत किसी भी खर्च के लिए रुपये नहीं मिलते थे।