कपल को लूटपाट के दौरान 100 रुपये देने वाले लुटेरों में एक अकाउंटेंट, दूसरा भी नौकरीपेशा
जांच में पता चला कि इन बदमाशों ने वेलकम में भी कोई लूट की थी। काफी पड़ताल के बाद आरोपियों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने हर्ष राजपूत को जगतपुरी और देव वर्मा को बुराड़ी से दबोच लिया।
शाहदरा जिला पुलिस की ऑपरेशंस यूनिट ने लूट के मामले में जीएसटी अकाउंटेंट और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। आरोपियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इस वीडियो में आरोपियों ने कपल को लूटपाट के लिए रोका था। लेकिन उनके पास पैसे न होने पर बदमाश उन्हे पैसे देकर फरार हो गए थे। पुलिस ने आरोपियों 31 वर्षीय देव वर्मा और 31 वर्षीय हर्ष राजपूत के पास से 30 मोबाइल फोन, एक पिस्तौल, छह कारतूस बरामद किया है। आरोपी देव वर्मा जीएसटी अकाउंटेंट है।
पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि 21 जून को फर्श बाजार इलाके में स्कूटी सवार हथियारबंद बदमाशों ने एक दंपति से लूटपाट का प्रयास किया। तलाशी लेने पर लुटेरों को दंपति के पास से कुछ नहीं मिला। इस पर बदमाशों ने उन्हें 100 रुपये दिए और मौके से फरार हो गए। बदमाशों के जाने के बाद दंपति ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। फर्श बाजार एसएचओ अमूल त्यागी व ऑपरेशंस यूनिट दिनेश आर्या की टीम जांच में जुट गई। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के अलावा 200 से अधिक कैमरों को खंगाला लेकिन आरोपियों चेहरे पूरी तरह कवर होने की वजह से उसकी पहचान नहीं हो सकी।
जांच में पता चला कि इन बदमाशों ने वेलकम में भी कोई लूट की थी। काफी पड़ताल के बाद आरोपियों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने हर्ष राजपूत को जगतपुरी और देव वर्मा को बुराड़ी से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने वारदात में अपना हाथ होने की बात कबूल की। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे गैंगस्टर नीरज बवानिया से काफी प्रभावित हैं। यूट्यूब पर आरोपी उसके वीडियो देखकर उसके जैसा बनने का प्रयास करते हैं। फिलहाल आरोपी दावा कर रहे थे कि वह नीरज बवानिया गिरोह से जुड़े हुए हैं। आरोपी देव वर्मा परिवार के साथ बुराड़ी में रहता है, वह जीएसटी अकाउंटेंट है। वहीं हर्ष राजपूत भी एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। दोनों पिछले नौ माह से एक्टिव थे।