दामाद की हत्या कर फरार हुआ ससुर दिल्ली से गिरफ्तार, बेटी की लव मैरिज से था नाराज
दामाद की हत्या कर फरार होने वाले ससुर को दिल्ली पुलिस ने यमुनापार के गीता कॉलोनी इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। बेटी के प्रेम विवाह से खफा पिता ने गुस्से में आकर वारदात को अंजाम दिया था।
बिहार में दामाद की हत्या कर फरार होने वाले शख्स को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने यमुनापार के गीता कॉलोनी इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। बेटी के प्रेम विवाह से खफा आरोपी धर्मवीर जयराम गिरी ने गुस्से में आकर वारदात को अंजाम दिया था। वह पहले भी पांच आपराधिक वारदात में शामिल रहा है। आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना बिहार पुलिस को दे दी गई है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राकेश पावरिया के मुताबिक, दिल दहला देने वाली यह घटना पिछले साल अक्टूबर में हुई थी। बिहार के रसूलपुर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। इस बीच, एसीपी क्राइम ब्रांच सुशील कुमार के नेतृत्व में टीम को जानकारी मिली कि आरोपी दिल्ली आता है। इस पर पुलिस ने आरोपी धर्मवीर जयराम गिरी की लोकेशन हासिल कर उसे गीता कॉलोनी एसडीएम कार्यालय के पास दबोच लिया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी बेटी सूरज कांत गिरी से शादी करना चाहती थी। मगर लड़का पहले से शादीशुदा था। उसने बेटी को समझाया भी था, लेकिन वह नहीं मानी और शादी कर ली। गुस्से में आकर उसने दामाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
कबूतरबाजी करने वाला एजेंट पंजाब से गिरफ्तार
वहीं, मलेशिया में बैठकर कबूतरबाजी करने वाले एक एजेंट को एयरपोर्ट दिल्ली पुलिस ने पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार किया है। आरोपी जितेन्द्र ने 1.20 लाख रुपये लेकर एक यात्री को थाईलैंड से मलेशिया में प्रवेश दिलवाया था। इतना ही नहीं, वह उस यात्री को ऑस्ट्रेलिया भेजने वाले थे, लेकिन पकड़े जाने के चलते उसे भारत डिपोर्ट कर दिया गया। डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, 11 अप्रैल 2023 को सोनीपत निवासी वंश को थाईलैंड से डिपोर्ट कर आईजीआई एयरपोर्ट भेजा गया था। उसके पासपोर्ट के दो पेज में केमिकल से छेड़छाड़ होने की पुष्टि हुई। यहां से मलेशिया एवं थाई इमिग्रेशन की फर्जी मुहर मिटाई गई थी। इस बाबत मामला दर्ज कर यात्री को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने पुलिस को बताया कि 27 जनवरी 2023 को वह बेंगलुरु एयरपोर्ट से पर्यटक बनकर थाईलैंड गया था। रितेश नामक एजेंट ने उसे 12 लाख रुपये में ऑस्ट्रेलिया भेजने का वादा किया था। रितेश ने अवैध तरीके से थाईलैंड से उसे मलेशिया भेज दिया। इस मामले में फरवरी 2024 में पुलिस ने मुंबई से एजेंट रितेश को गिरफ्तार कर लिया था। उसने पुलिस को बताया था कि वह मलेशिया के एक होटल में कुछ एजेंट के साथ मिलकर वह कबूतरबाजी करने लगा। इस काम में जितेन्द्र उसकी मदद करता था।