दिल्ली बॉर्डर पर सख्ती बढ़ने से गाजियाबाद में लगा जाम, सड़क पर दूर तक दिखीं गाड़ियों की लंबी कतारें
दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर सख्त जांच के कारण गाजियाबाद से दिल्ली की ओर जाने वाले हजारों लोग यूपी-गेट सीमा पर लगे भारी ट्रैफिक जाम में फंस गए हैं। जाम में फंसे लोगों ने कहा कि जाम सुबह 9 बजे के आसपास...
दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर सख्त जांच के कारण गाजियाबाद से दिल्ली की ओर जाने वाले हजारों लोग यूपी-गेट सीमा पर लगे भारी ट्रैफिक जाम में फंस गए हैं। जाम में फंसे लोगों ने कहा कि जाम सुबह 9 बजे के आसपास शुरू हुआ और देखते ही देखते लंबी कतारें लगीं जो गाजियाबाद में अंदर सड़कों तक फैल गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक सप्ताह के लिए दिल्ली की सीमाओं को सील करने के आदेश दिए थे। गाजियाबाद के लोगों के दिल्ली की यात्रा करने के चलते शहर में कोरोना के केस बढ़ने के मद्देनजर गाजियाबाद के अधिकारियों ने भी 22 अप्रैल के बाद से बॉर्डर सील करने के निर्देश जारी किए थे।
ट्रैफिक जाम में वसुंधरा निवासी जीवन सिंह ने बताया कि मैं अपनी पत्नी को छोड़ने आया था, जो कार पूल करके दिल्ली जाती है, लेकिन हम जाम में फंस गए हैं क्योंकि यूपी-गेट से लिंक रोड पर डाबर-क्रॉसिंग तक और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर इंदिरापुरम में गौर ग्रीन एवेन्यू तक भारी जाम है। पुलिस सीमा पर हर वाहन की जांच कर रही है, इस कारण हम फंस गए हैं। हर वाहन को पास देखने के लिए चेक किया जा रहा है।
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वहीं, सर्कल अधिकारी (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने कहा कि गाजियाबाद के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने भी वाहनों की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस सीमा पर वाहनों की जांच कर रही है, इसलिए वाहनों की गति बहुत धीमी है और इससे गाजियाबाद में गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई हैं। हमारी ओर से, हम भी उन वाहनों की जांच कर रहे हैं जो दिल्ली से गाजियाबाद में प्रवेश कर रहे हैं।
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने 22 अप्रैल को दिल्ली के साथ लगी अपनी सीमाओं को सील कर दिया था। गाजियाबाद के अधिकारियों ने भी सुबह 9 बजे से पहले ही वाहनों को रोक दिया है और यात्रियों को शाम 6 बजे के बाद दिल्ली से लौटने की सलाह दी है। इस संबंध 25 मई को नए दिशानिर्देश जारी किए गए थे, जिसमें कुछ निश्चित श्रेणी के यात्रियों को उनके पहचान पत्र और उनके कार्यालयों से वैध पास के आधार पर छूट दी गई थी।
वहीं, सुबह जल्दी गाजियाबाद से दिल्ली के लिए जाने वाले कुछ लोगों ने बताया कि सुबह 7.30 बजे के आसपास कहीं कोई चेकिंग नहीं थी। इंदिरापुरम निवासी कुलदीप सक्सेना ने कहा कि मैं लगभग 7.30 बजे यूपी-गेट बॉर्डर पार करता हूं, लेकिन गाजियाबाद पुलिस और दिल्ली पुलिस द्वारा कोई जांच नहीं की गई। ट्रैफिक कम था और मैं 45 मिनट के भीतर अपने ऑफिस पहुंच गया। उन्होंने कहा कि एनएचएआई भी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर काम कर रही है जिस वजह से यूपी-गेट के पास ट्रैफिक जाम हो जाता है।
एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि ट्रैफिक जाम डीएमई कार्यों के कारण नहीं था, बल्कि एनएच-9 के सीमावर्ती क्षेत्र में लगाए गए बैरिकेडिंग के कारण था।
एनएचएआई के उप महाप्रबंधक मुदित गर्ग ने कहा कि आमतौर पर बैरिकेडिंग या राजमार्ग को अवरुद्ध करने की अनुमति नहीं है, लेकिन कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ऐसा करती है। इससे पहले हमने अक्षरधाम के पास बैरिकेडिंग हटाने के लिए दिल्ली के अधिकारियों को इस बारे में लिखा था। अन्यथा, राजमार्ग और एक्सप्रेसवे का उद्देश्य खत्म हो जाता है।
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे जो कि गाजियाबाद में यूपी-गेट से डासना तक निर्माणाधीन है उस पर लॉकडाउन अवधि के दौरान यात्री कारों की संख्या घटकर एक-चौथाई रह गई है।