हरियाणा में भी आज से शराब के ठेके खुले, दुकानों के बाहर लगीं लंबी कतारें
लॉकडाउन-3 के दौरान अन्य राज्यों की तरह हरियाणा में भी शराब की बिक्री बुधवार से शुरू हो गई है। मंगलवार शाम को राज्य सरकार ने शराब की दुकानें फिर से खोलने के आदेश दिए थे। आबकारी के नए वित्तीय वर्ष...
लॉकडाउन-3 के दौरान अन्य राज्यों की तरह हरियाणा में भी शराब की बिक्री बुधवार से शुरू हो गई है। मंगलवार शाम को राज्य सरकार ने शराब की दुकानें फिर से खोलने के आदेश दिए थे। आबकारी के नए वित्तीय वर्ष के पहले दिन जो शराब के ठेके खुले हैं, उन पर भारी भीड़ देखी जा रही है। साउथ सिटी एक में जगदीश वाइन के बाहर शराब लेने के लिए करीब एक किलोमीटर लम्बी लाइन लग गई। यहां पर महिलाओ के लिए अलग लाइन की व्यवस्था की गई है। शहर के दूसरे शराब ठेकों पर भी भीड़ है।
शराब के ठेकों के बाहर लगीं लंबी लाइनें
फरीदाबाद जिले में भी शराब की सभी दुकानों के बाहर ऐसी ही स्थिति देखी गई। यहां भी जल्द से जल्द शराब खरीदने के लिए लोग सुबह से ही लंबी-लंबी लाइनों में लगे दिखे। टाउन नंबर एक व्यापार मंडल के सामने शराब ठेके पर सुबह से ही लोग लाइन में लगकर खड़े हो गए थे। इस दौरान कुछ लोग सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे थे तो कुछ सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना कर शराब की खरीदारी में जुटे हुए थे।
गौरतलब है कि हरियाणा में बुधवार से सामाजिक दूरी की पालना के साथ प्रदेश में शराब के ठेके खोलने का निर्णय प्रदेश सरकार ने लिया है। पुलिस के सहयोग से सभी ठेकों पर सोशल डिस्टेंसिंग का खासा ध्यान रखा जाएगा। यह जानकारी मंगलवार शाम प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश सरकार की मंत्रिमंडल की बैठक बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि कोविड सेस के साथ बुधवार से शराब के ठेके खुलेंगे। इस अतिरिक्त सेस से होने वाली आय का इस्तेमाल कोरोना प्रभावित लोगों के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने शराब की सभी दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालना, मास्क, सैनिटाइजर आदि सावधानियों को बरतते हुए सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ठेके खुले रखने का फैसला लिया है। वहीं प्रदेश के सभी कंटेनमेंट जोन में फिलहाल शराब के ठेके बंद रहेंगे। इसके अलावा प्रदेश में बुधवार से नया आबकारी वर्ष शुरू हो जाएगा।
विदेशी से आई शराब पर 50 रुपये कोरोना सेस
डिप्टी सीएम ने बताया कि सरकार ने कोविड सेस को देश व विदेश की शराब के ब्रांड अनुसार लगाया है। उन्होंने बताया कि विदेशी से आने वाली शराब की बोतल पर 50 रुपये और अद्धा व पव्वा पर 25 रुपये का सेस लगेगा। वहीं देश में बनने वाली विदेशी शराब की बोतल, अद्धा व पव्वा पर क्रमश: 20 रुपये, 10 रुपये और 5 रुपये का कोरोना सेस लगाया जाएगा। वहीं देशी शराब की बोतल, अद्धा व पव्वा पर क्रमश: 5 रुपये, 3 रुपये, 2 रुपये कोविड सेस लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि माइल्ड व रेगुलर बीयर पर दो रुपये और स्ट्रॉन्ग बीयर पर पांच रुपये का कोविड सेस लगाया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने कंटेनमेंट जोन में फिलहाल शराब के ठेके बंद रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि एमएचए की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश सरकार चाहे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की बात हो या निरंतर इसे मॉनिटर करना हो, प्रदेश सरकार पुलिस विभाग व अन्य विभागों के सहयोग से पूरा करने का काम करेगी।
दुष्यंत ने बताया कि नया आबकारी वर्ष भी 06 मई से शुरू होकर 19 मई, 2021 तक चलेगा। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सरकार ने शराब कारोबार से जुड़े तमाम दुकानदारों व ठेकेदारों से निरंतर चर्चा करने के बाद लिया। उन्होंने कहा कि सरकार शराब के ठेकेदारों के नुकसान के आकलन की दिशा में भी कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने तीन मंत्रियों की एक कमेटी बनाई है, जो दो महीने तक ठेकेदारों को होने वाले नुकसान का आकलन करेगी। साथ ही ये कमेटी एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए हर 15 दिन बाद एक बैठक करेगी। उन्होंने बताया कि ठेकेदारों की फीस में कोई कमी नहीं की गई है हालांकि उन्हें फीस जमा करवाने की अवधि में थोड़ी ढील दी गई है।
शराब की होम डिलिवरी नहीं होगी
वहीं, पत्रकारों द्वारा शराब की होम डिलीवरी करने के सवाल पर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार प्रदेश में शराब की किसी तरह की होम डिलीवरी करने की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने आगे कहा कि शराब की अवैध तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और आगे भी उठाए जाएंगे। उन्होंने सोनीपत में शराब गायब होने के मामले पर बोलते हुए बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज से आग्रह किया है कि मामले में ठोस कार्रवाई की जाए। अगर कोई आला अधिकारी भी इसमें शामिल पाया जाए तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच को लेकर उन्होंने गृहमंत्री से एसआईटी के गठन की भी मांग की है।