कुमार विश्वास का दावा निकला गलत, किरकिरी के बाद कवि ने झाड़ा पल्ला; मांगी माफी
मशहूर कवि और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता कुमार विश्वास के एक ट्वीट ने बुधवार को सोशल मीडिया से लेकर पुलिस महकमे तक में हलचल पैदा कर दी। कुमार विश्वास ने काफिले पर हमले का दावा किया था।
मशहूर कवि और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता कुमार विश्वास के एक ट्वीट ने बुधवार को सोशल मीडिया से लेकर पुलिस महकमे तक में हलचल पैदा कर दी। कुमार विश्वास ने दावा किया कि गाजियाबाद में उनके काफिले पर हमला किया गया है और सुरक्षाकर्मियों से मारपीट की गई। लेकिन कुछ ही देर बाद सामने आए एक जख्मी डॉक्टर ने खुद को पीड़ित बताते हुए कहा कि साइड नहीं देने पर उन्हें पीटा गया है। अब गाजियाबाद पुलिस ने भी शुरुआती जांच के बाद कुमार विश्वास के आरोपों को गलत बताया तो कवि ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है। साथ ही पीड़ित डॉक्टर से माफी भी मांगी है।
गाजियाबाद पुलिस ने बुधवार रात सोशल मीडिया पर संक्षित बयान जारी किया और यह साफ कर दिया कि कुमार विश्वास के काफिले पर हमला नहीं हुआ था, जैसा कि कवि ने दावा किया था। पुलिस ने एक्स पर लिखा, 'आज संज्ञान में आए प्रकरण में कुमार विश्वास के काफिले पर किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हमले के संबंध में प्रारंभिक जांच के क्रम में आरोप सिद्ध नही हुए हैं, थाना इंदिरापुरम पुलिस आगे की जांच और कार्रवाई कर रही है।' चेहरे से टपकते खून के साथ डॉक्टर की ओर से लगाए गए मारपीट के आरोप और पुलिस के बयान के बाद सोशल मीडिया पर कुमार विश्वास की घेराबंदी शुरू हो गई। लोगों ने उनसे सवाल दागने शुरू कर दिए हैं तो पूर्व नेता बैकफुट पर नजर आए।
पीड़ित को ही निशाना बनाए जाने के आरोप को लेकर किए गए एक पोस्ट का जवाब देते हुए कुमार विश्वास ने इसे सुरक्षाकर्मियों और डॉक्टर के बीच का मामला बताया और कहा कि उनका कोई लेनादेना नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने (डॉक्टर को) बार-बार गाड़ी बीच में जबरन आक्रामक तरीके से घुसाते हुए देखा था। उन्होंने कहा कि वह सुरक्षा गाड़ियों के पीछे थे और देर से पता चला कि केंद्रीय सुरक्षा कर्मचारियों के साथ झड़प हो रही है।
कुमार विश्वास ने घटना को लेकर कहा, 'मैंने शीशे से देखा कि वे सज्जन बेहद अभद्र और हिंसक तरीके से सुरक्षाकर्मियों को धकिया रहे थे। उन्होंने दो सुरक्षाकर्मियों के गृह मंत्रालय वाले बैज झपटकर तोड़े। एक की कार्बाइन जकड़कर उसे धक्के दिए। हो सकता है कि वे निजी कारणों से गुस्से में हों या उनका स्वभाव हो पर जब मैंने अपने मैनेजर को गाड़ी से उतरकर झगड़ा शांत कराने भेजा और वो दोनों पक्षों को समझाने लगा तो इन भले सज्जन ने उसको दो थप्पड़ प्रसाद दिया।'
'मेरा क्या लेना देना, कष्ट के लिए क्षमा'
कुमार विश्वास ने कहा कि यह सुरक्षाकर्मियों और डॉक्टर के बीच का मामला है और उनका कोई लेना देना नहीं है। कुमार विश्वास ने लिखा,' वैसे भी सज्जन के खिलाफ रिपोर्ट सुरक्षाकर्मियों ने लिखाई है और उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ। मेरा इस पूरे प्रकरण से क्या लेना देना? पुलिस उचित कार्यवाही करेगी ही। हम से कुपित कुंठितों, बौने दुर्योधन के चिंटुओं को थोड़ा गंदगी करने का अवसर मिला है तो दिवाली पर इतना इनका सुख उन्हें मुबारक। आखिरी बात यह कि सड़कों पर सभी को ज्यादा संवेदनशील और शांत रहने की आवश्यकता है।' उन्होंने अंत में यह भी कहा, 'डॉक्टर पल्लव के निजी कष्ट का कारक न होने के बाद भी उनसे क्षमा।'
कल क्या कहा था कुमार विश्वास ने
बुधवार दोपहर कुमार विश्वास ने अपने काफिले पर हमले की कोशिश की आरोप लगाया था। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'आज अलीगढ़ जाते समय वसुंधरा स्थित घर से जब निकला तो हिंडन के तट पर, किसी कार चालक ने साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों की कार पर दोनों ओर से कार की टक्कर से हमला करने की कोशिश की।जब नीचे उतर कर सुरक्षाकर्मियों ने उस व्यक्ति को पूछताछ के लिए रोका तो उसने न केवल यूपी पुलिस के सिपाही अपितु केंद्रीय बलों के सुरक्षाकर्मियों पर भी हमला किया। पुलिस को रिपोर्ट कर दी है। कारण पता नहीं चल पाया। ईश्वर सब को सुरक्षित रखे।आप सबकी शुभकामनाओं हेतु आभार।'