दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 27 जुलाई से वाहनों की नो एंट्री, पुलिस रहेगी तैनात; डायवर्जन प्लान देखकर ही निकलें
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 27 जुलाई से वाहनों और भारी वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा। एक्सप्रेसवे के सभी प्रवेश और निकास स्थानों पर पुलिस तैनात रहेगी। ट्रैफिक पुलिस रूट डायवर्जन प्लान जारी रहेगा।
गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा के चलते दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 27 जुलाई से सभी तरह के वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा। इस पर सिर्फ डाक कांवड़ियों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि एक्सप्रेसवे पर 22 से भारी वाहनों को जाने से भी रोका जाएगा। इसके लिए सभी प्रवेश और निकास स्थानों पर पुलिस तैनात रहेगी। यह व्यवस्था जलाभिषेक के दिन तक रहेगी।
पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने बताया कि दिल्ली-मेरठ रोड पर कांवड़ यात्रा के दौरान काफी दबाव रहता है। अंतिम दौर में डाक कांवड़ आने से यह दबाव और अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में इस मार्ग पर दबाव कम करने के लिए एक्सप्रेसवे से डाक कांवड़ियों को निकाला जाएगा, ताकि शहरी क्षेत्र में वाहनों का दबाव कम रह सके।
उन्होंने बताया कि इस बार इस मार्ग को रूट डायवर्जन प्लान में भी शामिल किया जाएगा, ताकि लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया कि पिछली बार भी एक्सप्रेसवे के एक मार्ग से 35 फीसदी तक डाक कांवड़ गुजरी थी, जिसका लाभ भी हुआ। इस कारण मेरठ रोड पर कुछ दबाव कम हुआ था। इसी को देखते हुए इस बार एक्सप्रेस वे सभी डाक कांवड़ को निकालने की व्यवस्था की जाएगी। इससे मेरठ रोड पर ट्रैफिक आसान हो जाएगा। ट्रैफिक व्यवस्था जलाभिषेक के दिन तक रहेगी।
कावंड़िए मेरठ रोड से पैदल जाएंगे
मेरठ रोड से पैदल कांवड़िए गुजरेंगे। पुलिस आयुक्त ने कहा कि इससे पैदल कांवड़ियों को भी दिक्कत नहीं होगी। साथ ही डाक कांवड़ियों को एक्सप्रेसवे से निकालने से दोनों मार्गों पर व्यवस्था दुरुस्त होगी। एक्सप्रेसवे पर पुलिस तैनात रहेगी। इसके साथ ही चार पहिया और दो पहिया से हर समय पेट्रोलिंग की जाएगी।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर गड्ढे दुरुस्त नहीं
कांवड़ यात्रा मार्ग पर इस समय कई जगह गड्ढे हैं, लेकिन इसे दुरुस्त नहीं कराया गया। ऐसे में कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को परेशानी उठानी पड़ सकती है। दिल्ली- मेरठ मार्ग पर कादराबाद गांव से गंगनहर पुल तक 20 से ज्यादा गड्ढे सड़क पर बन गए हैं। इससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।