Kanjhawala Hit And Drag Case : कंझावला केस में कब दाखिल करेंगे चार्जशीट, कोर्ट ने पूछा तो दिल्ली पुलिस ने दिया यह जवाब
Kanjhawala Hit And Drag Case : आरोपी दीपक खन्ना, अमित खन्ना, मिथुन और मनोज मित्तल अभी न्यायिक हिरासत में हैं। इन सभी को अदालत में पेश किया गया था। इस मामले के दो आरोपी अभी जमानत पर हैं।
दिल्ली के चर्चित कंझावला हिट एंड ड्रैग केस (Kanjhawala Hit And Drag Case) में रोहिणी की अदालत ने दिल्ली पुलिस को अहम निर्देश दिये हैं। अदालत ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया है कि 1 अप्रैल को जब मामले में अगली सुनवाई होगी तब वो चार्जशीट पेश करे। दिल्ली पुलिस की तरफ से अदालत को बताया है कि चार्जशीट की अभी स्क्रूटनी की जा रही है। याद दिला दें कि यह मामला 1 जनवरी 2023 का है।
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल ने 5 आरोपियों की न्यायिक हिरासत 1 अप्रैल तक बढ़ा दी है। चार्जशीट फाइल करने की 90 दिनों की अवधि 1 अप्रैल को खत्म हो रही है। अदालत में इस केस की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा कि वो अब चार्जशीट दाखिल करेंगे? इसपर केस के जांच अधिकारी ने कहा कि चार्जशीट अभी स्क्रूटनी की प्रक्रिया में है और एक-दो दिनों में इसे फाइल किया जाएगा।
इसपर अदालत ने कहा कि एक-दो दिन में क्यों, केस की अगली सुनवाई पर इसे दाखिल करें और अगली तारीख पर वकील भी वहां मौजूद रहें। आरोपी दीपक खन्ना, अमित खन्ना, मिथुन और मनोज मित्तल अभी न्यायिक हिरासत में हैं। इन सभी को अदालत में पेश किया गया था। इस मामले के दो आरोपी अभी जमानत पर हैं।
बता दें कि 31 और 1 जनवरी की रात दिल्ली की सड़कों पर करीब 2 घंटे तक कार के नीचे फंसी एक लड़की को बेरहमी से घसीटा गया था। करीब 13 किलोमीटर तक घसीटे जाने की वजह से लड़की जान चली गई थी। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में हत्या की धारा 302 लगा दी है। हालांकि, शुरुआत में इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 279 और 304 लगाई गई थी। आरोपियों को जनवरी 2023 में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने बाद में आरोपी आशुतोष और अंकुश को जमानत दे दी थी।
उस वक्त यह बात सामने आई थी कि लड़की अपनी स्कूटी से जा रही थी उस वक्त सामने से आ रही एक कार ने उसे टक्कर मारी थी। इस टक्कर की वजह से लड़की कार के नीचे फंस गई थी जिसके बाद जानबूझ कर कार चालक लड़की को सड़क पर घसीटता रहा। इस मामले में कुछ अहम सबूत जुटाने के बाद दिल्ली पुलिस ने हत्या की धारा जोड़ी थी। इस भयानक कांड को लेकर दिल्ली पुलिस की कार्यशैली और राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर सवाल भी उठे थे।