कंझावला कांड में बड़ा खुलासा, वारदात के वक्त आरोपियों ने पी थी शराब, FSL ने दिल्ली पुलिस को दो रिपोर्ट सौंपी
20 वर्षीय युवती को कार से 12 किमी तक घसीटे जाने के मामले में पुलिस ने अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पहले इस मामले में गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
दिल्ली के कंझावला में 20 वर्षीय युवती अंजलि सिंह को 12 किलोमीटर तक घसीटकर मारने के मामले एक और बड़ा खुलासा हुआ है। पता चला है कि वारदात के वक्त चारों आरोपियों ने शराब पी हुई थी। इस बात का खुलासा एफएसएल की रिपोर्ट में हुआ है। वहीं अंजलि की खून जांच की रिपोर्ट सोमवार को मिलेगी। एफएसएल रोहिणी ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट सुल्तानपुरी थाने को सौंप दी।
इस रिपोर्ट में सामने आया है कि दीपक को छोड़कर सभी चार आरोपियों ने शराब पी हुई थी। हालांकि, आरोपियों की गिरफ्तारी हादसे के काफी देर बाद हुई थी, लेकिन इसके बाद भी रक्त के नमूने में अल्कोहल की मात्रा तय सीमा से कई गुना अधिक मिली है। चूंकि दीपक को फर्जी चालक बनाया गया था और वह घटना के समय उपस्थित नहीं था, इसलिए उसके रक्त में अल्कोहल की मात्रा नहीं पाई गई है।
एफआईआर में हत्या की धारा जोड़ने की तैयारी
एफएसएल के अधिकारी ने बताया कि उन्होंने घटना के दृश्यांतरण की भी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंप दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर जांच को नई दिशा मिलेगी। अंजलि की रिपोर्ट सोमवार को तैयार होने की संभावना है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस कंझावला कांड में हत्या की धारा जोड़ने की तैयारी कर रही है। दरअसल, 31 दिसंबर की देर रात को जब अंजलि को कार से घसीट कर आरोपी भाग रहे थे, तब रोहिणी इलाके में कई पीसीआर कॉल प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा की गई थी।
गृह मंत्रालय ने दिए सख्ती बरतने के आदेश
जोमेटो के डिलीवरी बॉय ने पिकेट पर बैठे पुलिसकर्मी को कार के नीचे लाश होने की बात भी बताई थी। करीब 12 किलोमीटर के मार्ग में तीन पीसीआर और दो पिकेट लगाई गई थीं, लेकिन डेढ़ घंटे तक आरोपी कार के नीचे लाश घसीटते रहे और पीसीआर एवं पुलिसकर्मी उसे ढूंढ नहीं पाए। गृह मंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे। स्पेशल सीपी शालिनी सिंह के नेतृत्व में जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी थी। इसके बाद 11 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सभी पुलिसकर्मी रोहिणी के हैं। इसमें दो एसआई, चार-चार एएसआई, हेड कॉन्स्टेबल और एक कॉन्स्टेबल शामिल है। वारदात के वक्त पांच पुलिसकर्मी दो पिकेट और छह पुलिसकर्मी पीसीआर पर तैनात थे।