'अन्याय है, जो दोषी होगा उसे सजा मिलेगी', रैट माइनर का घर तोड़ने पर बोले BJP सांसद
DDA ने घर तोड़ा था। इस मुलाकात और अपने दौरे के बाद मनोज तिवारी ने कहा, 'जो कुछ भी हुआ वो दुखी करने वाला है। अन्याय हुआ। जिन लोगों ने ऐसा किया उनकी जांच हो रही है और दोषी पाए जाने पर सजा मिलेगी।'
दिल्ली में रैट माइनर वकील हसन का घर तोड़े जाने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। अब दिल्ली के एक भाजपा सांसद ने रैट माइनर के निर्माण पर बुलडोजर ऐक्शन को अन्याय तक कह दिया है। नॉर्थईस्ट दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह अन्याय यह है और जो भी इसके लिए दोषी होंगे उन्हें सजा मिलेगी। मनोज सांसद ने खजूरी खास जाकर उस जगह का निरीक्षण किया जहां यह तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई थी। इसके साथ ही उन्होंने वकील हसन से मुलाकात भी की। इस मुलाकात और अपने दौरे के बाद मनोज तिवारी ने कहा, 'जो कुछ भी हुआ वो दुखी करने वाला है। अन्याय हुआ। जिन लोगों ने ऐसा किया उनकी जांच हो रही है और दोषी पाए जाने पर सजा मिलेगी।'
बहरहाल बता दें कि DDA ने वकील हसन का घर तोड़ा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीडीए ने कहा है कि उसने वकील हसन को इस घर के अलावा रहने के लिए कई अलग-अलग विकल्प दिए थे लेकिन वकील हसन ने इसे रिजेक्ट कर दिया। बताया जा रहा है कि वकील हसन किराये के घर में जाकर रहने के लिए तैयार नहीं हैं।
The Indian Express ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि अगले 24-48 घंटों में कुछ किया जाएगा। डीडीए ने अपने बयान में कहा, 'रैट माइनर वकील हसन जिसने अवैध निर्माण को 28 फरवरी को तोड़ा गया था उन्होंने दो बेडरूम और एक लिविंग रूम वाला घर लेने से इनकार कर दिया था। यह घर दिलशाद गार्डन में एमआईजी फ्लैट है। यह उनके घर से नजदीक था।
दिल्ली विकास प्राधिकरण की तरफ से कहा गया है कि उप राज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर रैट माइनर को घर लेने के लिए कहा गया था। इससे पहले डीडीए ने कहा था कि उसने हसन को 29 फरवरी को नरेला में रेडी-टू-मूव फ्लैट का ऑफर किया था। हालांकि, वकील हसन ने इस ऑफर से इनकार कर दिया था औऱ आग्रह की थी कि उन्हें कही और घर दिया जाए।