वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ऑनलाइन ठगी से कैसे बचें, किस नंबर पर करें शिकायत; जानें सबकुछ
पुलिस को दी शिकायत में मूलरूप से यूपी की आगरा निवासी पूजा वर्मा ने बताया कि वह गुरुग्राम के सेक्टर-85 में रहती है। उसे पार्ट टाइम नौकरी के लिए एक व्हाट्सऐप मैसेज मिला था। उन्होंने काम भी किया।
वर्क फ्रॉम होम आज लोगों की पहली पसंद बन चुका है। घातक कोरोना संक्रमण के फैलने के बाद देश और दुनिया के कई हिस्सों में लॉकडाउन लगाया गया था औऱ इसी दौरान वर्क फ्रॉम होम काफी प्रचलित भी हुआ। विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग घर से ही काम करने लगे। अब भी कई कंपनियां अपने कर्मचारियों से वर्क फॉर्म होम करवा रही हैं। लेकिन इसी वर्क फ्रॉम होम यानि घर से काम करने के नाम पर ठगी का खेल भी अब शुरू हो चुका है। वर्क फ्रॉम होने के नाम पर कैसे लोगों से पैसे ऐंठे जा रहे हैं और कैसे इस फर्जी लालच से बचें? यह सब हम अपनी इस रिपोर्ट में विस्तार से बताएंगे।
नोएडा में साइबर अपराधियों ने घर बैठे मोटी रकम कमाने का झांसा देकर चार लोगों से ठगी कर ली। आरोपियों ने अलग-अगल बहानों से पीड़ितों को फंसाया। पीड़ितों ने थानों में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामलों की जांच शुरू कर दी। आम्रपाली जोडिएक सोसाइटी निवासी हिमांशु विज हिमांशु ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके नंबर पर बीते दिनों एक अनजान नंबर से मैसेज आया, जिसमें घर बैठे लाखों रुपये कमाने की बात कही गई थी। मैसेज में दिए गए नंबर पर उन्होंने बात की तो उन्हें इंस्टाग्राम पर पोस्ट और वीडियो को लाइक करने का काम दिया गया।
पहली बार में उन्हें 210 रुपये मिले। इसके बाद भी दो बार कुछ रकम उनके खाते में ट्रांसफर की गई। इसके बाद उनको एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़कर प्रीपेड टास्क दिया गया। पहली बार में उन्होंने पांच हजार रुपये का निवेश किया। मुनाफे के चक्कर में उन्होंने 29 लाख रुपये का निवेश कर दिया। मुनाफा मांगने पर आरोपी ने नंबर बंद कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
वर्क फ्रॉम होम के लिए सर्च करना भारी पड़ा
सेक्टर-24 स्थित ईएसआईसी अस्पताल परिसर में रहने वाले समर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी है कि उन्होंने गूगल पर वर्क फ्रॉम होम के लिए सर्च किया। इसके बाद उन्हें व्हाट्सऐप पर एक लिंक प्राप्त हुआ। लिंक ओपन करने पर पहले चरण के तहत उनको वीडियो को लाइक और साझा करने का काम दिया गया। प्रारंभिक चरण में उनको कुछ मुनाफा हुआ। फिर जालसाज ने विभिन्न कंपनी और वेबसाइट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने की बात कही। उसने समर सिंह से 90 हजार रुपये निवेश के नाम पर अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए और नंबर बंद कर दिया।
ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर डेढ़ करोड़ हड़पे
सेक्टर-36 साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में प्रवाल चौधरी ने बताया कि वर्ष 2021 में कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया और ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए समझौता किया। उन लोगों ने शुरुआती समय में ट्रेडिंग में फायदा दिखाकर उन्हें अपने विश्वास में लिया। इसके बाद उन्होंने कई बार में उनसे अपने खातों में एक करोड़ 56 लाख रुपये डलवा लिए। ठगी का शिकार होने की जानकारी होने के बाद उन्होंने आरोपियों से पैसे मांगे तो उन्होंने नंबर बंद कर दिया।
निवेश कराने के बहाने जालसाजी
सेक्टर 134 स्थित जेपी क्लासिक सोसाइटी निवासी राजेंद्र सोनी को ठग ने अपने जाल में फंसा कर स्टॉक मार्केट में पैसे निवेश करवाकर मोटी रकम कमाने का लोभ देकर करीब 15 लाख रुपये की ठगी कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नोएडा के अलावा दिल्ली से सटे गुरुग्राम में भी इसी तरह का मामला सामने आया है। यहां पार्ट टाइम नौकरी देने के नाम पर युवती से 11 लाख 45 हजार रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में मूलरूप से यूपी की आगरा निवासी पूजा वर्मा ने बताया कि वह गुरुग्राम के सेक्टर-85 में रहती है। उसे पार्ट टाइम नौकरी के लिए एक व्हाट्सऐप मैसेज मिला था।
उसमें टास्क देकर यूट्यूब पर चैनल को सब्सक्राइब करने और वीडियो को लाइक करने के लिए कहा गया था। 13 अप्रैल को उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ते हुए अगले दिन से टास्क दिया जाने लगा। पूजा ने भी पांच हजार रुपये निवेश किए तो कुछ ही देर में कंगना नाम की महिला ने उससे कहा कि वह अपने प्रॉफिट के साथ 6 हजार 640 रुपये वापस निकाल ले। इसके बाद 10 हजार रुपये निवेश कराए, लेकिन इसे वापस पाने के लिए अलग-अलग बहाने से 11 लाख 45 हजार ठग लिए।
इन बातों का ध्यान रखें
1. किसी भी तरह के ऑफर के लालच में न आएं। अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में न आएं।
2. अच्छी तरह जांच करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें। अनजान को खाते संबंधी जानकारी न दें।
3. नौकरी संबंधी विज्ञापन पर भरोसा करने से पहले पूरी जांच कर लें। निवेश करने से पहले भी सावधानी बरतें।
4. हेल्पलाइन नंबर सर्च करते समय ध्यान रखें कि अगर नंबर के आगे-पीछे एडी लिखा हो तो उस नंबर पर कॉल न करें।
यहां पर शिकायत करें
साइबर ठगी होने पर फोन नंबर 1930, 155260 और 01204846100 पर कॉल शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा Cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।