मैं सबसे गरीब उम्मीदवार...मनोज तिवारी की संपत्ति को कैसे चुनावी मुद्दा बना रहे कन्हैया कुमार
एक तरफ जहां काग्रेस के कन्हैया कुमारी पहली बार चुनावी दंगल में उतरकर किस्मत आजमा रहे हैं तो वहीं बीजेपी उम्मीदवार मनोज तिवारी जीत की हैट्रिक लगाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली की सभी सात सीटों पर 25 मई को मतदान होना है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे नेताओं के जुबानी हमले भी बढ़ते जा रहे हैं। वैसे तो दिल्ली की सभी सीटों पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है लेकिन उत्तर पूर्वी दिल्ली में दो पूर्वांचलियों के मैदान में उतरने से मुकाबला और भी खास हो गया है। एक तरफ बीजेपी उम्मीदवार मनोज तिवारी हैं जो जीत की हैट्रिक लगाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार हैं जो किसी तरह इस बार उलटफेर की आस लगाए हुए हैं।
मनोज तिवारी की संपत्ति बनी चुनावी मुद्दा
मनोज तिवारी जहां अपने विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं तो वहीं कन्हैया कुमार ने मनोज तिवारी की संपत्ति को ही चुनावी मुद्दा बना लिया है। वह जनता के बीच जाकर उन्हें यही बताने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे मनोज तिवारी जब पहली बार यहां आए थे तो गरीब सासंद प्रत्याशी थे और अब सबसे अमीर सांसद प्रत्याशी हैं। कन्हैया कुमार ने कहा, जनता के अकाउंट में 15 लाख रुपए भले ही ना आया हो लेकर मनोज तिवारी के खाते में 28 करोड़ रुपए जरूर पहुंच गए हैं। कन्हैया कुमार ने सोमवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन क्षेत्र के लोग जहां थे, वहीं पर हैं जबकि मौजूदा सांसद राष्ट्रीय राजधानी के सबसे अमीर सांसद बन गए हैं।
कन्हैया कुमार ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सवाल किया, बुराड़ी के लोग, उत्तर पूर्वी दिल्ली के लोग वहीं के वहीं खड़े हैं और सांसद जी दिल्ली के सबसे अमीर सांसद बन गए। कैसे? उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, जो नाली-सड़कें नहीं बनवा पा रहे वो भगवान की रक्षा की बात करते हैं। ये घरों तक बिजली नहीं पहुंचा पा रहे, लोगों का घर टूटने से नहीं बचा पा रहे, ये लोग भगवान की रक्षा कैसे करेंगे? उन्होंने कहा, वो हमें बांटने की कोशिश करेंगे, लेकिन हमें अपने मुद्दों पर अड़े रहना है। हमें उनसे पूछना है कि सड़कों का चौड़ीकरण क्यों नहीं हुआ? मेट्रो का काम पूरा क्यों नहीं हुआ? सेंट्रल स्कूल क्यों नहीं बना?
मनोज तिवारी पर जीत का दबाव
बता दें दिल्ली मनोज तिवारी का नाम सबसे अमीर उम्मीदवार के तौर पर लिया जा राह है जबकि कन्हैया कुमार का नाम सबसे गरीब प्रत्याशियों में शामिल है। इसी मुद्दे को लेकर अब कन्हैया कुमार जनता के बीच पहुंच गए हैं और उत्तर पूर्वी दिल्ली की बदहाल स्थिति के लिए मनोज तिवारी को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। इस बीच मनोज तिवारी पर जीत की हैट्रिक लगाने का दबाव पड़ता नजर आ रहा है क्योंकि सातों उम्मीदवारों में से वह अकेले ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें दोबारा मौका दिया गया है जबकि बाकी 6 पर नए चेहरों को टिकट दिया गया है।
कितनी है मनोज तिवारी की संपत्ति
मनोज तिवारी करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। पिछले पांच सालों में उनकी संपत्ति में 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। चुनाव हलफनामे में उन्होंने अपनी चल और अचल संपत्ति 28 करोड़ रुपए बताई है।