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मॉकड्रिल बताकर बच्चों को बाहर निकाला, परिजनों को सौंपा; धमकी मिलने के बाद दिल्ली के स्कूलों में कैसा था नजारा

Delhi School Bomb Threat: दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद मॉकड्रिल बताकर सबसे पहले बच्चों को बाहर निकाला गया। इसके बाद उन्हें सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया गया।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 2 May 2024 06:50 AM
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दिल्ली के स्कूलों को जब एक के बाद एक बम होने के ई-मेल मिल रहे थे तो कुछ विद्यालयों ने संयम का परिचय दिया। उन्होंने मॉकड्रिल बताकर बच्चों को पहले कक्षाओं से बाहर निकाला और फिर परिजनों को सौंप दिया। द्वारका स्थित जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल अनीता खोसला का कहना है कि हम लोगों ने तत्काल निर्णायक कदम उठाते हुए बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और उनको बाहर निकाला। इस बारे में हमने पुलिस को भी सूचित किया। सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूल परिसर की जांच की गई। हालांकि, उनका यह भी कहना है कि हम हालिया बम धमकियों से बहुत चिंतित हैं।

मयूर विहार स्थित बाल भवन स्थित स्कूल में बच्चों को किसी तरह बम की सूचना नहीं होने दी। अभिभावक नितिन कुमार ने बताया कि वहां से सूचना मिली कि बच्चे को लेने के लिए खुद स्कूल आना है। घबराने की जरूरत नहीं है, आप आराम से आइए। हमें लगा कि स्कूल में अफरा तफरी होगी, मगर यहां पहुंचे तो सुकून मिला कि बच्चे आराम से बैठे हुए थे। बच्चों को अलग-अलग जगह पर कक्षाओं के अनुसार बैठाया गया था।

नहीं आया था कोई ई-मेल फिर भी पहुंचे परिजन शिवाजी पार्क स्थित लिटिल फ्लावर्स पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक रोहित दुआ पटेल ने बताया कि हमारे स्कूल में कोई ई-मेल नहीं आया था। घबराहट के कारण अभिभावक अपने बच्चों को लेने के लिए आना के लिए शुरू हो गए थे। बच्चों की सुरक्षित घर वापसी हो उसके लिए स्टाफ तैनात किया गया।

वहीं, आनंद निकेतन स्थित माउंट कार्मल स्कूल के बाहर इस घटना के बाद पर्चा चिपकाया गया, जिसमें लिखा था कि उनके पास धमकी का कोई मेल नहीं आया है, लेकिन अगर कोई परिजन चाहे तो वह अपने बच्चे को साथ ले जा सकते हैं।

10 मिनट में छात्रों को मैदान में एकत्रित किया

मयूर विहार फेज तीन स्थित विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. सतवीर शर्मा ने कहा कि जैसे ही बम की सूचना का ईमेल आया। इसके तुरंत बाद बच्चों को मॉकड्रिल बताकर निर्देश दिया गया कि वह जल्दी से मैदान में पहुंचे। 10-15 मिनट के अंदर सारे बच्चे एकत्रित हो गए। इसी बीच हम ने स्थानीय पुलिस को सूचना भी दे दी और अभिभावकों को छात्र ऐप के जरिए सूचित कर दिया कि वह जल्दी से आकर अपने बच्चों को लेकर जाए।

केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग

अभिभावक और स्कूल संघ ने सरकार से ई-मेल भेजने वालों को खोजकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम का कहना है कि इस तरह की अफवाहों के बार-बार आने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। साथ ही बच्चों से लेकर अभिभावकों के मन में भय व्याप्त हो जाता है। वहीं, एक्शन कमेटी ऑफ अनएडेड रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट स्कूल के अध्यक्ष भरत अरोड़ा ने बताया कि स्कूलों में बम की अफवाह की घटनाओं को लेकर मामला कोर्ट में भी चल रहा है। कोर्ट ने कमेटी को पार्टी भी बना रखा है। इस मामले पर कई सुझाव भी दिए गए हैं।

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