हिमाचल में भारी बारिश से तबाही, नाहन और किन्नौर में बादल फटा, उफान पर नदियां; 14 की मौत
Himachal Pradesh Rain: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। जोरदार बारिश के कारण भूस्खलनों और फ्लैश फ्लड से 280 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। दो जिलों में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से एकबार फिर हालात बिगड़ गए हैं। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण भूस्खलनों और फ्लैश फ्लड से 280 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। नाहन और किन्नौर में बादल फटने जैसे घटनाएं सामने आई हैं। ऊना में उफान पर बह रहे नालों का पानी कई घरों में घुस गया है। सूबे में भारी बारिश के कारण हुए हादसों में लगभग 14 लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
15 अगस्त तक कैसा मौसम?
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान हिमाचल प्रदेश के उना और कांगड़ा जिलों के विभिन्न हिस्सों में भारी से ज्यादा भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा अन्य जिलों में जोरदार बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 12 से लेकर 15 अगस्त के दौरान भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
दो हादसों में 12 लोगों की मौत
यूनिवार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, ऊना जिले के देहलान गांव के 9 लोग एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए ऊना से पंजाब के होशियारपुर जिले के माहिलपुर जा रहे थे। इसी दौरान होशियारपुर जिले की माहिलपुर तहसील के जैजों गांव में अचानक आई बाढ़ में उनका वाहन फंस गया और वे बह गये। अब तक नौ लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। दो अन्य की तलाश जारी है। वहीं ऊना में हरोली तहसील के बाथरी में प्रीतिका फैक्ट्री के पास अचानक आई बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक लापता है।
नाहन में फटा बादल, आठ को बचाया
यूनिवार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, सिरमौर के नाहन विकास खंड में शनिवार रात की मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। नाहन विकास खंड के मातर गांव में बादल फटने जैसी घटना हुई जिसमें करीब 5 दर्जन विशालकाय पेड़ धराशाई हो गए। ग्रामीणों ने करीब पांच घर अपने स्तर पर खाली करवा लिए हैं। सलाणी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों ने मोर्चा संभाल लिया। बनकला पंचायत में मारकंडा नदी के किनारे हाल ही में बने हनुमान मंदिर ने देखते देखते जल समाधि ले ली। इलाके में फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
ऊना में दुकानों और घरों में घुसा पानी
ऊना जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव के कारण कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। जिले की अधिकतर सड़कें और खेत पानी से भरे नजर आए। जलभराव से दुकानों और मकानों में रखा सामान खराब हो गया। जिला मुख्यालय के साथ लगते रामपुर और संतोषगढ़ रोड के कई गांवों, बहडाला और रक्कड़ कॉलोनी में बरसाती पानी घरों में घुस गया। इससे लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जिला प्रशासन ने अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है।
बाथू में बहे दो बच्चे, एक डेड बॉडी बरामद, दूसरा लापता
यूनिवार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, ऊना जिले के उपमंडल हरोली के औद्योगिक क्षेत्र बाथू में भारी बारिश के कारण प्रवासी मजदूरों के दो बच्चे बह गए जिनमें से छह वर्षीय बच्ची की लाश बरामद कर ली गई है। वहीं तीन साल का लड़का लापता है। मृतक बच्ची की पहचान राशि के रूप में हुई है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें लापता बच्चे की खोजबीन में लगी हुई हैं।
किन्नौर में फटा बादल, बाढ़ का अलर्ट
यूनिवार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, किन्नौर जिले के खाब में बादल फटने से बस्पा नदी उफान पर है। राज्य में मूसलाधार बारिश से तबाही मची है। शिमला, सोलन, कांगड़ा, सिरमौर और मंडी में भारी बारिश जारी है। पूरे प्रदेश में नदी-नाले उफान पर हैं। सड़कें और बस स्टैंड जलमग्न हो गए हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। सिरमौर जिले में भी बारिश से तबाही की खबर है। जल मुस्सा नदी के किनारे चार-पांच लोगों के फंसे होने की सूचना है।
280 से अधिक सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से 280 से अधिक सड़कें बंद हैं। 135 मार्ग नष्ट हो गए हैं। सूबे में 44 विद्युत और 67 जल आपूर्ति योजनाएं ठप हो गई हैं। नाहन में शुक्रवार रात से 169 मिमी बारिश हुई है। कुल्लू जिले में 37 सड़क मार्ग प्रभावित हुए हैं। निरमंड उपमंडल में 38 सड़कें बंद हैं। मंडी जिले में 29 सड़क मार्ग बाधित हैं। नौ सड़क मार्ग प्रभावित हुए हैं। शिमला में 17 सड़कें, कांगड़ा में चार, किन्नौर में चार और लाहौल-स्पीति में एक सड़क मार्ग बंद है।