रंगदारी के लिए जेल से ही कारोबारियों को धमकाता था विकास, मंडोली जेल का हेड वार्डन कैदियों को पहुंचाता था सिम कार्ड, चार गिरफ्तार
द्वारका साउथ थाना पुलिस ने नंदू गैंग द्वारा कारोबारियों को रंगदारी के लिए दी जा रही धमकी मामले में बुधवार को चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने मंडोली जेल के हेड वार्डन को...
द्वारका साउथ थाना पुलिस ने नंदू गैंग द्वारा कारोबारियों को रंगदारी के लिए दी जा रही धमकी मामले में बुधवार को चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने मंडोली जेल के हेड वार्डन को जेल में बंद नंदू गैंग के कुख्यात बदमाश विकास बक्करवाला को सिम उपलब्ध करवाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। जेल का हेड वार्डन राजेंद्र सिंह विकास को दो हजार रुपये प्रति सिम कार्ड उपलब्ध करवाता था। जिसकी मदद से विकास जेल से ही कारोबारियों को रंगदारी के लिए धमकी देता था। पुलिस उपायुक्त आंटो अल्फोंस ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में विकास बक्करवाला, हन्नी राजपाल, जगमोहन और प्रमोद शामिल हैं। जिनसे पूछताछ के बाद जेल वार्डन की संलिप्तता सामने आई है।
22 अगस्त को नितिन गुप्ता ने द्वारका साउथ थाना पुलिस को शिकायत दी थी कि उसे तीन दिन से लगातार नंदू गैंग की ओर से 10 लाख रुपये पहुंचाने की धमकी मिल रही है। ऐसा न करने पर उसे और परिवार को जान से मारने के लिए कहा जा रहा है। पुलिस ने केस दर्ज कर पीड़ित द्वारा बताए गए दो नंबरों की जांच शुरू की। शुरुआती जांच में सामने आया कि धमकी देने वाले नंबर प्रमोद और जगमोहन के नाम पर रजिस्टर्ड थे। दोनों न्यू उस्मानपुर के रहने वाले हैं। दोनों नंबरों की वर्तमान लॉकेशन मंडोली बुद्ध विहार बता रही थी। इंस्पेक्टर रामकिशन, एसआई विकास यादव की टीम ने मंडोली में छापेमारी की और जगमोहन को दबोच लिया। जगमोहन ने पूछताछ में अपने चचेरे भाई प्रमोद के बारे में जानकारी दी।
जेल में विकास और हन्नी को दिए सिम कार्ड
गिरफ्तार आरोपी जगमोहन ने बताया कि उसका चचेरा भाई प्रमोद उस्मानपुर में हुई एक हत्या के मामले में जेल गया था और गत दिनों फिलहाल बेल पर बाहर आया था। प्रमोद ने जगमोहन से 4 सिम कार्ड खरीदने के लिए कहा था। जगमोहन से पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रमोद को दबोचा। प्रमोद ने बताया कि जेल में उसकी मुलाकात हत्या के आरोप में बंद हन्नी राजपाल से हुई। बेल पर बाहर आने के दौरान हन्नी ने प्रमोद से 10 मोबाइल सिम कार्ड उपलब्ध करवाने के लिए कहा। प्रमोद ने 4 सिम कार्ड अपने नाम पर और 6 सिम कार्ड अपने भाई जगमोहन के नाम पर लिए। प्रमोद ने सभी सिम कार्ड कई बार में हेड वार्डन राजेंद्र सिंह को जेल के बाहर और खजुरी खास पहुंचकर दिए। राजेन्द्र ने सभी सिम कार्ड जेल में बंद विकास और हन्नी तक पहुंचा दिए।
जेल से किए जाते थे फोन
विकास बक्करवाला ने पूछताछ में बताया कि वह राजेंद्र को दो हजार रुपये प्रति सिम कार्ड देता था। जिसके बाद राजेंद्र वो सिम कार्ड जेल के अंदर देता था और कोई भी छापा लगने से पहले उसकी जानकारी भी देता था। जब राजेन्द्र ने 10 सिम कार्ड जेल के अंदर पहुंचा दिए तो विकास ने अपने गैंग के लोगों द्वारा उपलब्ध करवाई सूची के आधार पर द्वारका के कई कारोबारियों को फोन कर उनसे रंगदारी मांगी। विकास ने अपने लोगों को कारोबारियों से पैसे लेने के लिए बोल दिया था। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।