GTB अस्पताल में किसे मारने आए थे कातिल, गहतफहमी में मारे गए डेंटिस्ट; क्या बोली दिल्ली पुलिस
GTB Hospital Murder Case : इस हत्याकांड में कितने लोग शामिल थे? कितने बदमाश अस्पताल में घुसे? किस वाहन का इस्तेमाल किया? हत्या को अंजाम देने के बाद वो किधर भागे? कई जवाब अभी मिलने बाकी है।
GTB Hospital Murder Case : दिल्ली के GTB अस्पताल में सरेआम गोली मार कर हुई हत्या के कई घंटे बीत चुके हैं लेकिन पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। इस हत्याकांड को लेकर यह थ्योरी काफी चर्चा में है कि हत्यारे अस्पताल में किसी और की हत्या करने के इरादे से आए थे लेकिन गलतफहमी में उन्होंने किसी और को मार डाला। सोमवार को पुलिस ने कहा कि GTB Hospital के वार्ड में मरीज की हत्या की वारदात गलत पहचान का केस हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस हत्याकांड से एक दिन पहले ही एक क्रिमिनल को इसी वार्ड से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया था। मृतक मरीज के परिजनों ने भी दावा किया है कि वो असल में क्रिमिनल ही बदमाशों के निशाने पर था।
बहरहाल दिल्ली पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई है कि 32 साल के रियाजुद्दीन की हत्या के मामले की जांच के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। रविवार को जीटीबी अस्पताल के 24 नंबर वार्ड में एक नाबालिग ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। सोमवार से अस्पताल के चिकित्सक सुरक्षा की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इस केस की जांच-पड़ताल के लिए क्राइम ब्रांच की कई टीमें बनाई गई हैं। एक जांच टीम का नेतृत्व GTB Enclave के एसएचओ कर रहे हैं और इसके लिए अलावा आसपास के थानों की भी एक टीम इस केस की जांच कर रही है।
ये टीमें सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं ताकि यह पता चल सके कि इस हत्याकांड में कितने लोग शामिल थे? कितने बदमाश अस्पताल में घुसे? किस वाहन का इस्तेमाल किया? हत्या को अंजाम देने के बाद वो किधर भागे? एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे।
इस हत्याकांड में मरने वाले रिजाजुद्दीन के बारे में बताया जा रहा है कि वो दंत चिकित्सक थे। पेट में संक्रमण की शिकायत के बाद 23 जून को वो अस्पताल में भर्ती हुए थे। पुलिस ने बताया कि शहर के वेलकम इलाके के ही एक क्रिमिनल का वार्ड नंबर 24 में इलाज चल रहा था। लेकिन हत्याकांड से एक दिन पहले उसे दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया था। गलतफहमी में रियाजुद्दीन की हत्या हुई इस बात की आशंका ज्यादा है।
पुलिस ने बताया कि रिजायुद्दीन खजूरी खास इलाके के रहने वाले थे और उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह गलत पहचान में हुई हत्या का केस था। हम अभी उस एंगल पर चल जांच रहे हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी। टीमों को सक्रिय किया गया है ताकि वो अपने स्थानीय सोर्स से आरोपियों के बारे में सूचना जुटा सकें।
दिल्ली से सटे हरियाणा औऱ उत्तर प्रदेश में भी पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि दिल्ली की सीमा पार करने की कोशिश करते हुए उन्हें पकड़ा जा सके।