Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Greater Noida Crime police filled fir against 10 year old girl who threw puppy from high-rise to death in Gaur City

ग्रेटर नोएडा में कुत्ते के बच्चे को फेंकने वाले 10 साल के लड़के पर FIR, रील बनाकर शेयर करने का दावा

Greater Noida Crime:वीडियो में नजर आ रहा है कि कुत्ते का यह बच्चा झाड़ी में छिपा है। लड़का इस Puppy को सड़क की तरफ ले जाता है। इस दौरान यह Puppy चिल्लाता है और बच्चे की पकड़ से छूटने की कोशिश करता है।

Nishant Nandan पीटीआई, ग्रेटर नोएडाSun, 4 Feb 2024 03:59 PM
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Greater Noida Crime: ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी 14th एवेन्यू में कुत्ते के पिल्ले के साथ हुई हैवानियत के मामले में पुलिस ने कड़ा ऐक्शन लिया है। Puppy को उठा कर ऊंचाई से फेंकने वाले 10 साल के बच्चे पर अब FIR दर्ज की गई है। कुत्ते के बच्चे के साथ इस हैवानियत का वीडियो वायरल होने के बाद एक गैर सरकारी संस्था People For Animals (PFA) के एक सदस्य ने 9-10 साल के बच्चे पर एफआईआर दर्ज कराया है। इस एफआईआर में कहा गया है कि इस पूरी घटना को रिकॉर्ड किया गया था और सोसायटी के ग्रुप में इसे सर्कुलेट किया गया। इसके अलावा सोशल मीडिया पर इसे रील बनाकर भी शेयर किया गया और दूसरे को भी ऐसा करने के लिए उकसाया गया। 

FIR में कहा गया है कि वीडियो क्लिप में नजर आ रहा है कि लड़का, एक वयस्क की देखरेख में करीब 4 महीने के Puppy को बेरहमी से पहले उठाता है। कुत्ते का यह बच्चा अपने अन्य भाई-बहनों के साथ झाड़ी में छिपा हुआ था। लड़का इस Puppy को सड़क की तरफ ले जाता है। इस दौरान यह Puppy चिल्लाता है और बच्चे की पकड़ से छूटने की कोशिश करता है। हताश होकर रो रहे इस पपी की चीख सुनकर भी लड़का नहीं रूकता और उसे ऊंचाई से नीचे फेंक देता है। जिसकी वजह से उसकी मौत हो जाती है। FIR में मांग की गई है कि लड़के को जुवेनाइल कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया जाए और उसकी मानसिक स्थिति की भी जांच की जाए।
 

PFA की सदस्य सौरभी रावत ने पीटीआई से कहा, 'इसी सोसायटी में कुछ दिनों पहले एक शख्स ने जानबूझ कर अपनी गाड़ी से पपी को कुचल दिया था। एक अन्य पपी संदिग्ध अवस्था में मृत मिला था। संभवत: उसे जहर दिया गया था। पोस्टमार्टम किया जाएगा। सोसायटी के Whatsapp ग्रुप पर इस तरह की चीजें फैलाने की वजह से सोसायटी में कुत्तों के बच्चों के खिलाफ ऐसी हैवानियत बढ़ी है। बच्चों को पास अब फोन है और बड़ी आसानी से वयस्कों के साथ जानवरों के साथ इस तरह की क्रूरता में शामिल हो जाते हैं।'

PFA की ट्रस्टी अंबिका शुक्ला ने कहा, 'इससे एक साइकोपैथिक टेंडेंसी का पता चलता है और इससे जल्दी ही निपटने की जरूरत है। जो लोग जानवरों के साथ क्रूरता करते हैं वो एक खतरनाक उदाहरण सेट करते हैं। इससे बड़ी घटनाओं को बढ़ावा मिलता है।'

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