गाजियाबाद जेल की महिला स्टाफ को घर बुलाकर दुष्कर्म, साथी ने MMS बना 2 साल तक लूटी आबरू
गाजियाबाद की डासना जेल की बंदी रक्षक से सहकर्मी द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अश्लील वीडियो बनाकर आरोपी ब्लैकमेल करता रहा। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गाजियाबाद के मसूरी थानाक्षेत्र में डासना जेल की बंदी रक्षक से सहकर्मी द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अश्लील वीडियो बनाकर आरोपी ब्लैकमेल करता रहा। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
डासना जिला कारागार में तैनात पीड़ित महिला बंदीरक्षक का कहना है कि उसका और जेल में ही बंदीरक्षक ललित वाजपेयी का सरकारी आवास आसपास था। ललित ने करीब दो साल पहले उसे अपने कमरे पर बुलाया था और कोल्डड्रिंक पीने को दी। कोल्डड्रिंक पीते ही वह बेहोश हो गई। आरोप है कि इसके बाद ललित ने बेहोशी की हालत में उसके साथ दुष्कर्म किया और उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया। महिला बंदीरक्षक का आरोप है कि अश्लील वीडियो के जरिये ललित उसे ब्लैकमेल करने लगा और दो साल तक दुष्कर्म करता रहा।
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला बंदीरक्षक की शादी वर्ष 2015 में सुनील कुमार नाम के व्यक्ति से हुई थी। शादी के एक साल बाद ही पति ने उसे तलाक दे दिया। इसके बाद पीड़िता डासना जेल के सरकारी आवास में रह रही थी। पीड़िता का आरोप है कि ललित वायपेयी ने उसका अश्लील वीडियो उसके पूर्व पति को भेज दिया। इसके बाद पूर्व पति भी उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा।
शिकायत पर आरोपी का हो चुका तबादला
ललित वाजपेयी अपनी सहकर्मी के पीछे पड़ा हुआ था। मामला जेल के अधिकारियों तक पहुंचा तो आरोपी का आवास पीड़िता के सेक्टर से दूसरे सेक्टर में कर दिया गया। आरोप है कि ललित इस पर भी नहीं माना। जेल अधीक्षक आलोक सिंह का कहना है कि कारागार मुख्यालय को बंदीरक्षक ललित वाजपेयी की रिपोर्ट भेजी गई थी, इसके बाद उसका तबादला फतेहगढ़ सेंट्रल जेल हो गया।
-विवेक चंद्र यादव, डीसीपी ग्रामीण, ''महिला बंदीरक्षक की शिकायत पर मसूरी थाने में बंदीरक्षक ललित वाजपेयी के खिलाफ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुकदमे में पीड़िता ने अपने पूर्व पति पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।''