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गाजियाबाद : जेल में बंद रेप के आरोपी गैंगस्टर ने पुलिस लॉकअप से की वीडियो कॉल, मचा हड़कंप

-जेल से पेशी पर आए आरोपी ने पुलिस कस्टडी के बीच कचहरी के लॉकअप में किया मोबाइल का इस्तेमाल -जेल अक्षीधक ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा भेजी रिपोर्ट, एसएसपी ने एसपी ग्रामीण को सौंपी जांच

Praveen Sharma गाजियाबाद | योगेंद्र सागर, Mon, 31 Oct 2022 05:25 PM
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गाजियाबाद के मोदीनगर निवासी छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद आरोपी द्वारा पुलिस लॉकअप में वीडियो कॉल करने का मामला सामने आया है। घटना का पता लगते ही पुलिस विभाग और जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल अक्षीधक ने पेशी पर जाने के दौरान कचहरी परिसर स्थित लॉकअप का वीडियो बताते हुए एसएसपी को अपनी रिपोर्ट भेजी है, जिसके बाद एसएसपी ने मामले की जांच एसपी ग्रामीण को सौंपी है।

अधिकारियों का कहना है कि विशु तोमर को मोबाइल मुहैया किसने कराया, इसकी जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मोदीनगर निवासी छात्रा ने पिछले साल थाना रमाला, बागपत के गांव कंडेरा निवासी विशु तोमर के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। विशु करीब नौ महीने से गाजियाबाद की डासना जेल में बंद है। हाल ही में उसका एक वीडियो वायरल हुआ, जिस पर डासना जेल लिखा हुआ था।

वीडियो वायरल होते ही जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया, जिसके बाद जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने जांच की। जांच में सामने आया कि यह वीडियो जेल का नहीं, बल्कि कचहरी परिसर स्थित पुलिस लॉकअप का है। वहां विशु ने किसी का मोबाइल लेकर अपने दोस्त रौनक को इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉल की थी। दोस्त ने यह वीडियो वायरल कर दी, जो दुष्कर्म पीड़िता तक पहुंच गई। इसके बाद दुष्कर्म पीड़िता ने आरोपी पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत की। वहीं, जेल अधीक्षक ने कचहरी परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसएसपी को अपनी रिपोर्ट भेजी। इसके बाद एसएसपी ने मामले की जांच एसपी ग्रामीण को सौंपी है। 

21 अक्टूबर को पेशी पर आया था आरोपी

एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने जेल में जाकर विशु तोमर से पूछताछ की तो उसने मोबाइल इस्तेमाल करने की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि 21 अक्टूबर को वह गाजियाबाद कचहरी में पेशी पर गया था। पुलिस लॉकअप में बंद रहने के दौरान उसने किसी से मोबाइल लेकर वीडियो कॉल की। एसपी ग्रामीण का कहना है कि मोबाइल किसने उपलब्ध कराया और इस मामले में कौन-कौन पुलिसकर्मी दोषी हैं, इसकी जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मेरठ, गाजियाबाद और बागपत जिले में 7 मुकदमे दर्ज

विशु तोमर के खिलाफ मेरठ, बागपत और गाजियाबाद में सात केस दर्ज हैं। वह दो फरवरी 2022 से छात्रा से दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद है। जून 2022 में छात्रा ने विशु पर धमकी देने का एक और केस दर्ज कराया था। लॉकअप की वीडियो वायरल होने के बाद छात्रा ने एसएसपी को शिकायत देकर धमकी देने का आरोप लगाया था। छात्रा ने आरोप लगाया था कि विशु जेल में मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा है।

एनकाउंटर करने वाले सीओ को भी दी थी धमकी

विशु तोमर के कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिनमें वह हथियारों का प्रदर्शन कर रहा है। उसने एक वीडियो में यूपी पुलिस के एक सीओ अनुज चौधरी को भी धमकी दी थी। जानकारी के मुताबिक, सीओ की टीम ने 27 जुलाई 2019 को बागपत में 50 हजार के इनामी बदमाश सन्नी सिलाना को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। इसके बाद विशु ने वीडियो वायरल करके कहा कि पुलिस ने दबिश दी तो एके-47 से लाश बिछा देंगे। एनकाउंटर करने वाले सीओ को भी घेरकर मारेंगे। एसएसपी मुनिराज जी. का कहना है कि पुलिस कस्टडी में दुष्कर्म के आरोपी द्वारा मोबाइल का इस्तेमाल करना गंभीर मामला है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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