गाजियाबाद: रील बनाने के चक्कर में 18 साल के युवक के गले में लगी गोली, परिवार ने लगाया हत्या का आरोप
गाजियाबाद में सोशल मीडिया पर रील बनाने के चक्कर में 18 साल के लड़के के गले में गोली फंस गई। परिवार ने उसके दो दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है। दोनों ही आरोपी फरार हैं।
गाजियाबाद में सोशल मीडिया पर रील बनाने के चक्कर में 18 साल के युवक की मौत हो गई। उसकी शनिवार शाम को गले में गोली लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान वंश के तौर पर हुई है। दो दोस्तों जिनके साथ वंश जवाली गांव में घर से निकला था, ने पुलिस को बताया कि रील बनाते समय गलती से उसके गले में गोली लग गई। हालांकि वंश के परिवार वालों ने उसके दो दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। दोनों फिलहाल फरार हैं।
टीला मोड़ पुलिस स्टेशन के एसएचओ भुवनेश्वर कुमार ने कहा कि उन्हें दिल्ली के जीटीबी अस्पताल से फोन आया, जिसमें उन्होंने 18 वर्षीय युवक की मौत की सूचना दी। वंश को जैसे ही गोली लगी उसके दोस्त उसे खून से लथपथ हालत में जीटीबी अस्पताल ले गए और वहां अधिकारियों को बताया कि उसने गलती से खुद को गोली मार ली। कुमार ने कहा, 'जब हम अस्पताल पहुंचे तो दिल्ली पुलिस की एक टीम ने हमें सूचना दी कि रील बनाते समय युवक ने गलती से खुद को गोली मार ली। उसके दो दोस्तों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और उसके बाद फरार हो गए था।'
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि दोनों दोस्त नाबालिग हैं या नहीं। वंश के परिवार के सदस्यों ने कहा कि उसके दोस्तों ने उन्हें शनिवार शाम करीब 7.30 बजे फोन किया और उन्हें जीटीबी अस्पताल आने के लिए कहा क्योंकि वीडियो बनाने के दौरान युवक ने खुद को घायल कर लिया है। वंश के भाई बंटी ने कहा, 'जब हम अस्पताल पहुंचे तो मेरे भाई की मौत हो चुकी थी। एक गोली उसके गले में लगी थी। दोपहर में घर से निकले दोनों युवकों का कहीं पता नहीं चल पाया है। उनके फोन भी पहुंच से बाहर हैं।'
बंटी ने बताया कि उसके भाई को दोनों दोस्तों ने उसे घर छोड़ने के लिए राजी किया था। बंटी ने आरोप लगाया, 'उसे रील बनाने में कभी दिलचस्पी नहीं थी। हां वह वीडियो शूट करता था, लेकिन उन्हें सोशल मीडिया पर कभी अपलोड नहीं करता था। उसके दोस्तों ने ही उसे मारा है।'
बेटे की मौत के बाद भी वंश के परिवार वालों की मुश्किलों का अंत नहीं हुआ। अधिकार क्षेत्र (ज्यूरिडिक्शन इश्यू) को लेकर उन्हें शिकायत दर्ज कराने के लिए एक पुलिस स्टेशन से दूसरे पुलिस स्टेशन के चक्कर काटने पड़े। पुलिस सूत्रों ने कहा कि अपराध स्थल का एक हिस्सा- लोनी का चिरोड़ी क्षेत्र- टीला मोड़ पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है, जबकि दूसरा लोनी पुलिस स्टेशन के तहत आता है।