गौतमबुद्ध नगर में कोरोना ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहली बार एक साथ 1,141 संक्रमित मरीज मिले
दिल्ली के बाद एनसीआर के गौतमबुद्ध नगर जिले में भी अब कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा है। शनिवार को यहां कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 1,141 मामले सामने आए। इसके साथ ही जिले में कोविड-19 के...
दिल्ली के बाद एनसीआर के गौतमबुद्ध नगर जिले में भी अब कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा है। शनिवार को यहां कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 1,141 मामले सामने आए। इसके साथ ही जिले में कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 3,527 हो गई है। गौतमबुद्ध नगर में पहली बार इतनी भारी संख्या में एक दिन में संक्रमित पाए गए हैं। जिले में अब तक कोरोना वायरस के कारण 468 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमण के 67,141 मामले आ चुके हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण जिलाधकारी सुहास एलवाई ने कई प्रतिबंध लागू किए हैं। नोएडा प्राधिकरण ने यहां के सेक्टरों तथा विभिन्न सोसायटी में सैनिटाइजेशन का कार्य शुरू कर दिया है।
गौतमबुद्ध नगर जिले के निगरानी अधिकारी डॉ. सुनील दोहरे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर दिन सरकारी लैब में तीन हजार से अधिक नमूनों की जांच हो रही है। वहीं, दो हजार से अधिक जांच निजी लैब और अस्पतालों में हो रही है। शनिवार को आरटी-पीसीआर जांच में 1,035 तथा रैपिड एंटीजन जांच में 106 नए रोगी सामने आए। इससे पहले पिछले वर्ष अप्रैल-मई में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान सबसे अधिक मामले आए थे। शुक्रवार को महामारी के 719 मरीज मिले थे। उन्होंने बताया कि इस समय 90 प्रतिशत से अधिक एक्टिव मरीज शहरी इलाकों से हैं।
ग्रेटर नोएडा के 'जिम्स' को कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया
गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल घोषित कर दिया गया है और यहां पर सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी बंद कर दी गई है। यह जानकारी जिम्स के निदेशक ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि अस्पताल के भी पांच डॉक्टर व चिकित्सा महाविद्यालय के छह छात्र संक्रमित हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि जिम्स में कोविड-19 मरीजों के लिए 500 बेड हैं जिनमें से 300 बेड ऑक्सीजन से युक्त और 100 बेड आईसीयू वेंटिलेटर से लैस हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया कि संक्रमितों के इलाज के लिए 25 डॉक्टरों की टीम गठित की गई है।