गमला चोरों का डर! 400 कैमरे करेंगे निगरानी; NDMC ने इंजीनियरों को सौंपी फव्वारों की जिम्मेदारी
दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान एनडीएमसी क्षेत्र में विशेष सौंदर्यीकरण अभियान चलाया गया था। इस दौरान कई जगह फव्वारे, बड़ी मूर्तियां और गमले लगाए गए थे। अब इनके चोरी होने का डर सताने लगा है।
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान लुटियन दिल्ली में स्थापित किए गए फव्वारों और गमलों की चार सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के जरिये निगरानी की जाएगी। एनडीएमसी ने इनकी सुरक्षा के लिए विशेष समिति का गठन भी किया है। यह समिति एनडीएमसी के कमांड और नियंत्रण केंद्र के जरिए पूरे क्षेत्र पर नजर रखेगी।
दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान एनडीएमसी क्षेत्र में विशेष सौंदर्यीकरण अभियान चलाया गया था। इस दौरान जगह-जगह पर फव्वारे, बड़ी मूर्तियां और गमले लगाए गए थे। हालांकि, एनडीएमसी ने अभी तक गमलों के चोरी होने की किसी शिकायत के आने से इनकार किया है। फिर भी इनकी सुरक्षा को लेकर विशेष कवायद शुरू की गई है। सड़क के दोनों ओर सजावट के लिए लगाई गई कृत्रिम घास की पट्टी सोमवार को पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने हटा दी है। साथ ही आस पास के क्षेत्र में फैली गंदगी को भी साफ किया जा रहा है।
एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि इन सभी के दीर्घकालिक संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। यह विशेष समिति जी-20 से संबंधित सभी परियोजनाओं की देखरेख और निगरानी करेगी। उन्होंने बताया कि एनडीएमसी क्षेत्र में कुल 441 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। जिन्हें कमांड और कंट्रोल सेंटर के माध्यम से एकीकृत किया गया है।
इंजीनियरों को फव्वारों की जिम्मेदारी
एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि हरित पट्टी को भी एनडीएमसी क्षेत्र के उत्तर और दक्षिण में 35-35 फव्वारों की देखभाल की जिम्मेदारी दो अलग-अलग कार्यकारी इंजीनियरों को दी गई है। सम्मेलन के दौरान सौंदर्यीकरण के लिए लगाए गए एक लाख से ज्यादा गमलों की बागवानी विभाग देखभाल कर रहा है। 35 सुरक्षा गार्ड भी लगाए गए हैं।