दिल्ली में फिर बढ़ेंगे कोविड-19 प्रतिबंध? पॉजिटिविटी रेट 9% के पार, मामले बढ़ने के पीछे ये हैं वजह
सफदरजंग अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. एनके गुप्ता ने सोमवार को बताया कि COVID पॉजिटिविटी रेट 9.1 प्रतिशत हो गया है। हम सभी को मास्क लगाने और कोरोना नियमों का पालन करने की आवश्यकता है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना (COVID-19) के मामलों में आए उछाल ने डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स की चिंताएं बढ़ा दी हैं। डॉक्टर इसके पीछे लोगों द्वारा लापरवाही और COVID-उपयुक्त व्यवहार का पालन न करने को जिम्मेदार मान रहे हैं।
विशेषज्ञ ने कहा कि COVID मामले ज्यादातर बिना लक्षण (Asymptomatic) वाले हैं और टेस्ट बढ़ने पर ऐसे और भी मामले सामने आएंगे।
पॉजिटिविटी रेट 9.1 फीसदी पर पहुंचा
सफदरजंग अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. एनके गुप्ता ने सोमवार को बताया, "COVID पॉजिटिविटी रेट 9.1 प्रतिशत हो गया है। हम सभी को मास्क लगाने और कोरोना नियमों का पालन करने की आवश्यकता है। मास्क हमारे कल्चर का हिस्सा होना चाहिए। मामलों में वृद्धि के पीछे का कारण यह है कि हम लापरवाह हो रहे हैं। जो मामले बढ़ रहे हैं उनमें से कुछ आकस्मिक भी हैं। यदि हम परीक्षण बढ़ाते हैं, तो संभावना है कि हम ऐसे कई और मामलों का पता लगा सकते हैं जो बिना लक्षण वाले हैं।"
डॉक्टर ने कहा कि सफदरजंग अस्पताल कोविड की हर स्थिति से निपटने को तैयार है। उन्होंने कहा, "जिस तरह मौसमी इन्फ्लुएंजा बढ़ रहा है, उसी तरह से COVID भी बढ़ेगा। जहां तक तैयारियों की बात है तो घबराने की जरूरत नहीं है। हम पूरी तरह से तैयार हैं। हमारे पास अभी 210 बेड हैं। हमारे पास ऑक्सीजन सपोर्ट की कोई कमी नहीं है।अगर स्थिति बिगड़ती है तो भी हम पूरी तरह तैयार हैं।"
मॉक ड्रिल में जांची गई तैयारी
इस बीच, राजधानी में कोविड मामलों में वृद्धि के बाद तैयारियों की समीक्षा के लिए रविवार को दिल्ली के अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। कोविड मामलों में तेजी से वृद्धि के मामले में तैयारियों का विश्लेषण करने के लिए इस संबंध में एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई। ड्रिल के दौरान एंबुलेंस, प्रवेश सुविधा, आपातकालीन सेवाएं, कोविड वार्ड और ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की उपलब्धता सहित व्यवस्थाओं का विश्लेषण किया गया।
दिल्ली में कोविड मरीजों के लिए सबसे बड़े लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (LNJP Hospital) में संक्रमित रोगियों के लिए 450 बिस्तर आरक्षित हैं। एलएनजेपी के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि अस्पताल में लगभग 2,000 बेड हैं, जिनमें से 450 को कोविड रोगियों के लिए आरक्षित किया गया है।
डॉक्टर ने बताया कि कोविड मरीजों के लिए 20 डॉक्टरों की टीम गठित की गई है और नए डॉक्टरों को कोविड वार्ड के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।