पहले पत्नी की जान ली और अब बेटे को भी मार डाला, कुणाल के पिता ने लगाए सनसनीखेज आरोप
गौतमबुद्धनगर से अगवा किशोर कुणाल की हत्या के मामले में पीड़ित पिता ने कुछ लोगों और थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित पिता के अनुसार, कुछ नामजद आरोपियों ने उनके 23 लाख रुपये हड़प लिए थे।
गौतमबुद्धनगर से अगवा किशोर कुणाल की हत्या के मामले में पीड़ित पिता ने कुछ लोगों और थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित पिता के अनुसार, कुछ नामजद आरोपियों ने उनके 23 लाख रुपये हड़प लिए थे। करीब 14 साल पहले उनकी पत्नी को मार डाला था और अब बेटे को अगवा कर हत्या को अंजाम दे दिया।
कुणाल के पिता कृष्ण कुमार शर्मा ने रोते हुए बताया कि कुछ लोगों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है। घटना वाले दिन वह अपनी बेटी की शादी के कार्य के संबंध में घर गए थे, उसी दौरान उनके पुत्र को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई। गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा अपहरण में प्रयुक्त कार के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कार पर गलत नंबर पड़ा हुआ था। सर्विलांस एवं साइबर टीम भी घटना के खुलासे में लगी हुई है।
किशोर की बहन की 10 मई को थी शादी : किशोर का शव मिलने के बाद पीड़ित परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पोस्टमॉर्टम हाउस के बाद मृतक पक्ष के साथ आए लोगों ने बताया कि कुछ माह पहले कुणाल की बड़ी बहन की शादी दिल्ली के एक युवक से तय हुई थी। आगामी 10 मई को शादी होनी थी, लेकिन शादी से पहले ही दूल्हे के परिवार से कुछ विवाद हुआ था। इसके चलते युवक पक्ष के कुछ लोगों को गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
पिता पर भी हुई थी फायरिंग
कुणाल के परिजनों का कहना है कि इस केस में कदम-कदम पर लापरवाही बरती गई है। घटना के बाद परिजनों में काफी गुस्सा है। परिजनों का आरोप है कि घटना के करीब 20 दिन पहले मृतक कुणाल के पिता व्यापारी कृष्ण कुमार पर भी बदमाशों ने फायरिंग की थी, लेकिन शिकायत के बाद भी पुलिस ने जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने घटना की सही से जांच नहीं की। इसके बाद व्यापारी के बेटे कुणाल का अपहरण कर हत्या कर दी गई।
पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था कुणाल
कुणाल अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उससे बड़ा एक भाई और तीन बहनें हैं। कुणाल की मां की करीब 14 साल पहले ही संदिग्ध परिस्थिति में आग लगने से मौत हो गई थी। उस समय कुणाल महज छह महीने का था। ग्रामीणों के मुताबिक, मृतक कुणाल निजी स्कूल में 8वीं क्लास का छात्र था। उसके पिता ने कुछ माह पहले ही ग्रेटर नोएडा में ढाबा खोला था। कृष्ण शर्मा ग्रेटर नोएडा में किराये पर फ्लैट लेकर रह रहे थे, जबकि बच्चे दादी और अन्य परिजनों के साथ गांव में रहते थे। कुणाल की हत्या से परिवार में कोहराम मच गया है।
जिले में पूर्व में हुईं घटनाएं
● फरवरी में कस्बा बिलासपुर के व्यापारी अरुज सिंघल के बेटे वैभव की हत्या कर शव खेरली नहर में फेंक दिया गया था। हत्या का आरोप उसके दो दोस्तों पर है। वैभव के परिजन भी अपहरण की आशंका व्यक्त कर रहे थे। एक सप्ताह बाद शव नहर में मिला था।
● फरवरी माह में ही ग्रेटर नोएडा स्थित बेनेट यूनिवर्सिटी के छात्र यश मित्तल की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। अमरोहा के रहने वाले व्यापारी का बेटा यश 26 फरवरी 2024 को अचानक गायब हो गया था। परिजन ने 27 फरवरी को दादरी कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
● अप्रैल 2021 में दादरी में साढ़े तीन साले के बच्चे दक्ष लोहिया की अपहरण के बाद बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी।