दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में लगी भीषण आग, चारों ओर धुआं; मौके पर दमकल की 7 गाड़ियां
आग सफदरजंग अस्पताल की पुरानी इमारत में लगी है। आग लगने की खबर सुनते ही अफरा तफरी मच गई। फिलहाल दमकल की सात गाड़ियां आग बुझाने की कोशिशों में डुटी हैं।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में भीषण आग लग गई है। ये आग इतनी भीषण है कि चारों ओर धुएं का गबार नजर आ रहा है। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की सात गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने की कोशिशों में जुट गई। आग लगने की खबर सुनते ही लोगों में अफरा तफरी मच गई। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
जानकारी के मुताबिक जैसे ही आग लगने की खबर सामने आई, तुंरत दमकल विभाग को सूचना दी गई। दमकल की सात गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और जल्द ही आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि आग लगने के कारणो ंके बारे में अभी तक पता नहीं चल सका है।
पहले भी कई बार लग चुकी है आग
बता दें, यह कोई पहली बार नहीं है जब दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में आग लगी है। इससे पहले भी कई बार यह अस्पताल आग की चपेट में आ चुका है। इससे पहले दिल्ली के द्वारका में मौजूद एक मकान में आग लगने की खबर सामने आई जिसमें 4 लोगों की जलकर मौत हो गई। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक अधिकारी ने बताया, दिल्ली के द्वारका में प्रेम नगर इलाके के एक मकान में आग लग जाने से एक परिवार के चार सदस्यों की दम घुटने के कारण मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि विभाग को सोमवार देर रात करीब साढ़े तीन बजे आग लगने की सूचना मिली जिसके बाद दो दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।
पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान हीरा सिंह कक्कड़ (48), उसकी पत्नी नीतू (40) और उनके बेटों रॉबिन (22) और लक्ष्य (21) के रूप में की गई है। कक्कड़ पेशे से फोटोग्राफर था और घर का मालिकाना हक उसके परिवार के पास था। डीएफएस के अधिकारी ने बताया कि आग दो मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर एक इन्वर्टर में लगी जो पास रखे सोफे तक फैल गई।
अधिकारी ने बताया कि आग लगने के कारण दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मकान का मुख्य द्वार अंदर से बंद था जिसे दमकलकर्मियों ने तोड़ा और वे परिवार के सदस्यों को वहां से बाहर निकालकर राव तुलाराम मेमोरियल अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हीरा सिंह कक्कड़ की मां सीता देवी इमारत के भूतल पर सो रही थीं और उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ। अधिकारी ने बताया कि आग को कुछ ही मिनट में बुझा दिया गया, लेकिन मकान के अंदर बहुत धुआं भर गया था। पुलिस ने बताया शवों को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखा गया है तथा मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
एजेंसी से इनपुट