दिल्ली में गेस्ट टीचर्स को स्थायी करने संबंधी फाइल गायब, शिक्षा निदेशालय में मचा हड़कंप
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स के नियमितीकरण संबंधी फाइल गुम हो गई है। शिक्षा निदेशालय ने फाइल के रिकॉर्ड की जांच और उसे खोजने के लिए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स के नियमितीकरण संबंधी फाइल गुम हो गई है। फाइल के रिकॉर्ड की जांच और उसे खोजने के लिए शिक्षा निदेशालय (DoE) ने सभी जिला/क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशकों को निर्देश दिए हैं। वहीं, इस पर टीचर्स एसोसिएशन ने विभाग पर आरोप लगाए हैं।
ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण डेढ़ा और महासचिव शोएब राणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस महत्वपूर्ण फाइल को जानबूझकर गायब किया गया है, ताकि यह मामला उलझा रहे। शिक्षा मंत्री और उपराज्यपाल से निवेदन है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर विभागीय कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि सरकार ने आठ साल पहले अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था। 2017 में नियमित करने का बिल विधानसभा में पास भी हुआ, लेकिन आज तक एक भी गेस्ट टीचर नियमित नहीं हुआ।
16 हजार से अधिक है गेस्ट टीचर्स की संख्या
ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने बताया कि दिल्ली में 16 हजार से अधिक गेस्ट टीचर्स को स्थायी होने का इंतजार है। पिछले दस साल से नियमितीकरण को लेकर सरकार के सामने धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा टीचर्स की समान कार्य और समान वेतन की मांग भी लंबित है। 60 साल तक की नौकरी सुरक्षा की भी मांग कर रहे हैं।
आईडी दोबारा शुरू कराएं
गेस्ट टीचर्स अपनी बंद आईडी को दोबारा से चालू करा सकेंगे। इसको लेकर शिक्षा निदेशालय ने सर्कुलर जारी किया है। ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने बताया कि यह उन अतिथि शिक्षकों के लिए राहत देने वाली खबर है, जिन शिक्षकों की आईडी काफी समय तक नियुक्ति न मिलने से बंद थी।