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कोरोना की थर्ड वेव की आशंका, नोएडा चाइल्ड पीजीआई में एक महीने बाद आया पहला केस

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच नोएडा के चाइल्ड पीजीआई में कोविड-19 संक्रमित एक 4 साल के बच्चे को भर्ती किया गया है। पिछले एक महीने से चाइल्ड पीजीआई में कोई भी...

Praveen Sharma नोएडा। हिन्दुस्तान टीम, Tue, 13 July 2021 03:45 PM
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कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच नोएडा के चाइल्ड पीजीआई में कोविड-19 संक्रमित एक 4 साल के बच्चे को भर्ती किया गया है। पिछले एक महीने से चाइल्ड पीजीआई में कोई भी संक्रमित भर्ती नहीं हुआ था। वहीं, गौतमबुद्धनगर जिले में कोरोना के एक्टिव केसों की रफ्तार भी एक बार फिर से बढ़ रही है। यहां अब तक 63,122 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 

 

एक्टिव केस में गौतमबुद्धनगर जिला फिर टॉप 10 में पहुंचा

कोरोना के एक्टिव केस के मामले में दो जुलाई को गौतमबुद्धनगर जिला प्रदेश में 32वें नंबर पर पहुंच गया था और यहां पर सिर्फ 22 एक्टिव केस ही बचे थे, लेकिन 11 जुलाई का यह जिला फिर से टॉप टेन सूची में शामिल हो गया। गौतमबुद्धनगर में सक्रिय केसों की संख्या 47 पहुंचने के साथ ही प्रदेश में आठवें नंबर पर पहुंच गया।

जुलाई माह में 65 केस, मई में आए थे 17,891 : कोरोना संक्रमण को लेकर यदि हम मई से तुलना करें तो जून में संक्रमण की रफ्तार काफी कम रही है। जुलाई के बीते 12 दिनों में कोरोना के 65 नए केस सामने आए हैं, जबकि मई में कोरोना के 17,891 नए केस सामने आए और 224 लोगों की मौत हो गई। जून में कोरोना के 699 नए केस सामने आए हैं और 16 लोगों की मौत हुई है।

मरीजों को घर-घर ढूंढेंगी टीम

नोएडा सेक्टर-39 स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सोमवार को दस्तक अभियान की शुरुआत की गई। प्रशिक्षित टीमें घर-घर पहुंचकर बुखार, टीबी, कुपोषण, फाइलेरिया आदि मौसमी बीमारियों के मरीजों की खोज करेंगी। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि मौसमी बीमारियों के मरीजों की खोज के लिए अभियान शुरू किया है। इसमें आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर घरों के बाहर स्टीकर लगाएंगी।

जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया कि इसके अंतर्गत कुपोषित बच्चों एवं रोगों के लक्षणयुक्त व्यक्तियों का चिन्हीकरण कर सूचीबद्ध करेंगे। मुख्य रूप से बुखार, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस, टीबी व कुपोषित बच्चों पर ध्यान दिया गया है।

एक हफ्ते से ज्यादा बुखार या खांसी वाले लोगों तथा कुपोषित बच्चों एवं फाइलेरिया पर विशेष ध्यान होगा। कुपोषित बच्चों की सूची पुष्टाहार विभाग को सौंपी जाएगी।

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