फूफा ने 6 साल के मासूम को मार शव... फरीदाबाद में बच्चे के मर्डर से सनसनी; जानिए हत्या की वजह
फरीदाबाद के एनआईटी-पांच की भगत सिंह कॉलोनी में तीन दिन से अपहृत 6 वर्षीय शिवांश उर्फ छोटू का शव उसकी बुआ के घर में मिला है। परिजनों का आरोप है कि फूफा ने मासूम की गला घोंटकर हत्या की है।
फरीदाबाद के एनआईटी-पांच की भगत सिंह कॉलोनी में तीन दिन से अपहृत 6 वर्षीय शिवांश उर्फ छोटू का शव उसकी बुआ के घर में मिला है। परिजनों का आरोप है कि फूफा ने मासूम की गला घोंटकर हत्या की है। पुलिस ने आरोपी फूफा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो उसने हत्या का आरोप कबूल कर लिया। हालांकि, हत्या के कारणों का खुलासा अभी नहीं हो पाया है।
14 नवंबर की शाम करीब 7:30 बजे यूकेजी का छात्र शिवांश पड़ोस में रहने वाली बुआ बबीता के घर गया था। इसके बाद वह अपने घर नहीं लौटा। जब छात्र के पिता भानू दो घर छोड़कर रहने वाली अपनी बहन के घर बच्चे के बारे में पता करने पहुंचे तो बबीता ने उसके घर पर न होने की जानकारी दी। इसके बाद बच्चे के पिता और मां सिमरन ने उसे कॉलोनी में खोजना शुरू कर दिया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इस पर उन्होंने तुरंत एनआईटी थाना पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने यह मामला क्राइम ब्रांच शाखा को सौंप दिया। जब क्राइम ब्रांच ने गहनता से जांच शुरू की तो उनका शक बच्चे के फूफा पर चला गया। पुलिस ने गुरुवार शाम को बच्चे की बुआ और उसके दो बेटों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद वे तीनों को लेकर दिल्ली के आजादपुर इलाके में रहने वाले फूफा 40 वर्षीय बलराम के कमरे पर पहुंच गए। पुलिस ने फूफा से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बच्चे की हत्या करने की बात कबूल कर ली।
मूल रूप से झांसी का रहने वाला है परिवार : बच्चे के फूफा बलराम ने बताया कि उसने बच्चे की गला दबाकर हत्या कर शव को एक बक्से में रखकर बेड में डाल दिया है। इसके बाद दिल्ली से ही पुलिस ने बच्चे के परिजनों को बुआ के घर में जाकर बेड खोलने के लिए कहा। जब परिजनों ने बुआ के घर में ऊपर वाले कमरे में जाकर बेड खोला तो उसमें बच्चे का शव देकर सभी की चीख निकल गई। मूल रूप से यूपी के जिला झांसी के मऊं रानीपुर गांव निवासी भानू का परिवार पिछले 15 वर्ष से एनआईटी-पांच में भगत सिंह कॉलोनी में रहा है।
बच्चे को ढूंढ़ने का कर रहा था नाटक : गुरुवार शाम को जब बच्चा गायब हुआ तो उसके माता-पिता उसे खोजने के प्रयास में जुट गए थे। इस दौरान आरोपी फूफा भी उनके साथ बच्चे को खोजने का नाटक कर रहा था। वह बच्चे के माता-पिता को दिलासा भी देता रहा।
आरोपी के पत्नी से नहीं हैं अच्छे संबंध
आरोपी के अपनी पत्नी से अच्छे संबंध नहीं थे। करीब 20 साल से आरोपी महीने में एक-दो बार ही अपनी पत्नी से मिलने के लिए भगत सिंह कॉलोनी आता था। इसके बाद वह दिल्ली चला जाता था। आरोपी वहां फैक्ट्री में काम करता था। आरोपी ने कई बार पत्नी से मारपीट भी की थी। मारपीट करने पर बच्चे का पिता अपनी बहन की तरफदारी करता था। मृतक बच्चे की मां सिमरन ने बताया कि उसके बेटे की हत्या फूफा ने ही की है। उसे फांसी होनी चाहिए। परिजनों का कहना है कि बुआ को फंसाने के लिए ही फूफा ने बच्चे की हत्या की थी। पुलिस इस पहलू की सच्चाई पता लगाने में जुटी है। हालांकि, पुलिस ने अभी हत्या का खुलासा नहीं किया है।
फूफा के तुरंत गायब होने से शक बढ़ा
14 नवंबर की देर शाम बच्चे के गायब होते ही फूफा भी अपने घर से दिल्ली चला गया था। रात में तत्काल जाने की कोई वजह नहीं थी। पुलिस ने इसी पहलू से मामले की जांच आगे बढ़ानी शुरू कर दी थी। वहीं, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और साइबर जांच का भी सहारा लिया था। इससे पुलिस को काफी मदद मिल गई थी। इस वजह से पुलिस ने फूफा से पूछताछ के लिए दिल्ली में छापेमारी कर उसे हिरासत में ले लिया था।