NCR : रंग बता देगा कॉलोनी वैध है या बुलडोजर का खतरा, धोखाधड़ी से बचाने को इंतजाम
सीएम कहा कि नक्शे में क्लर स्कीम को लेकर चार-पांच श्रेणी तय की जानी चाहिए जैसे कि वैध, प्रक्रिया के तहत, अवैध, कृषक आदि। हर प्रॉपर्टी को डिजिटाइज करने के उद्देश्य से प्रॉपर्टी आईडी शुरू की गई है।
हरियाणा की स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में वैध और अवैध कॉलोनियों की पहचान काफी आसान होगी। कोई कॉलोनी वैध या है अवैध यह अब इनके रंग के हिसाब से पहचाना जा सकेगा। इसके अलावा जनसुविधाओं को भी रंग से पहचाना जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली हरियाणा सरकार प्रदेश के सभी शहरों का एक रंगीन मानचित्र (नक्शा) बनाने जा रही है।
लोगों की सहूलियत के लिए खट्टर सरकार इस दिशा में कदम उठाने जा रही है। शुक्रवार को स्थानीय शहरी विभाग के अधिकारी और नगर निगमायुक्तों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अधिकारियों को उपरोक्त मानचित्र तैयार करने के यह निर्देश दिए। बैठक में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री ने सभी जिला म्युनिसिपल कमिश्नरों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी शहरों में ड्रोन मैपिंग करते हुए पता लगाएं कि विकास के लिए क्या-क्या काम किए जा सकते हैं ताकि हरियाणा को शहरी विकास के मामले में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाया जा सके। उन्होंने हर शहर की ड्रोन मैपिंग हो गई है या नहीं अधिकारियों से इस बारे में भी जानकारी ली।
सीएम खट्टर कहा कि मानचित्र में क्लर स्कीम को लेकर चार-पांच श्रेणी तय की जानी चाहिए जैसे कि वैध, प्रक्रिया के तहत, अवैध, कृषक आदि। हर प्रॉपर्टी को डिजिटाइज करने के उद्देश्य से प्रॉपर्टी आईडी की शुरुआत की गई है। प्रदेश में एक-एक इंच भूमि को डिजिटाइज करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अफसरों को विकास पहलों के लिए संसाधन आवंटित करने से पहले राजस्व बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ प्रत्येक शहर के लिए अलग बजट बनाने का भी निर्देश दिया।