फर्जी कागजों से नौकरी पाने वाला निगम कर्मी 24 साल बाद गिरफ्तार
फरीदाबाद नगर निगम में फर्जी कागजात पर नौकरी करने वाले कर्मचारी बाबूलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया। पुलिस ने अपनी जांच में बाबूलाल के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाएं हैं। इतना ही...
फरीदाबाद नगर निगम में फर्जी कागजात पर नौकरी करने वाले कर्मचारी बाबूलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया। पुलिस ने अपनी जांच में बाबूलाल के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाएं हैं। इतना ही नहीं बाबूलाल का असली नाम भी सरजीत है। पुलिस निरीक्षक अजीत ने इस मामले में कई चौकाने वाले उजागर किए हैं। साथ ही कई अन्य कर्मचारियों की जांच भी जारी है।
बाबूलाल 1995 से ट्यूबवेल पर सहायक के पद पर कार्यरत रहा। वर्ष 2014 में बाबूलाल ने फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर नौकरी नियमित हो गई। हालांकि नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि नियमित होने के बाद से बाबूलाल को वेतन नहीं दिया गया। इस मामले को उजागर करने वाले महेश कौशिक ने बताया कि नगर निगम में कई कर्मचारी फर्जी कागजात प्रस्तुत करके नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने इस बारे में बताया कि मुख्यमंत्री तक को इसकी शिकायत की जा चुकी है। अब करीब तीन साल बाद इस मामले में कार्रवाई हुई है। उन्होंने बताया कि सुबूत पक्के होने पर उन्होंने 6 अप्रैल 2016 को सीएम विंडो पर इसकी शिकायत की थी।
फर्जी दस्तावेज पर नौकरी पाने के और भी हैं मामले
मामले की जांच कर रहे पुलिस निरीक्षक अजीत ने बताया कि नगर निगम के ऐसे और भी मामले विचाराधीन हैं। बाबूलाल के मामले में सभी जांच की गई हैं। जिस स्कूल के प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए गए वह उस समय अस्तित्व में नहीं था और बाबूलाल के जिस रिश्तेदार ने वह कागजात बनाए उसका निधन हो चुका है। जांच अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में और भी बागवानी विभाग के ट्यूबवेल ऑपरेटरों और माली की भी जांच की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि और भी कई लोग फर्जी कागजात के आधार पर नौकरी पर हो सकते हैं।