खालिस्तानी गुर्गों पर नजर, ED ने लॉरेंस गैंग मनी लॉन्ड्रिंग केस में सुरेंद्र 'चीकू' को दबोचा
ईडी ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह एवं अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू को गिरफ्तार कर लिया है। मामला खालिस्तानी गुर्गों से भी जुड़ता नजर आ रहा है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
ईडी ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह एवं अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू को गिरफ्तार कर लिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने पिछले साल दिसंबर महीने में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के कथित सदस्यों और इससे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में राजस्थान और हरियाणा के कुल 13 ठिकानों पर छापे मारे थे। सूत्रों की मानें तो छापे लॉरेंस बिश्नोई और खालिस्तानी आतंकी समूहों के सहयोगी गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह चीकू पर फोकस थीं।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चीकू को पंचकुला में विशेष PMLA कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू को पांच दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। केंद्रीय एजेंसी ने बीते 5 दिसंबर को हरियाणा और राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और खालिस्तानी आतंकी समूहों के करीबी गुर्गे चीकू एवं कुछ अन्य लोगों से संबंधित 13 परिसरों पर छापे मारे थे। ईडी का आरोप है कि चीकू ने अपने सहयोगियों के जरिए अवैध खनन, शराब और टोल से मिली रकम का निवेश किया है।
सूत्रों की मानें तो अब तक की जांच में सामने आया है कि सुरेंद्र उर्फ चीकू के लॉरेंस बिश्नोई गैंग और खालिस्तानी आतंकी समूहों के साथ सीधे कनेक्शन हैं। ईडी का आरोप है कि चीकू ने अपने सहयोगियों के जरिए अवैध खनन, शराब और टोल से मिली रकम का निवेश किया है। ईडी के अधिकारियों ने करीब 60 बैंक खातों का पता लगाया है जिनमें अवैध रकम का इस्तेमाल किया गया है। ईडी की कार्रवाई चीकू के खिलाफ दर्ज एनआईए और हरियाणा पुलिस की एफआईआर पर आधारित है।
ईडी यह जांच कर रही है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के बदमाश वसूली, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी से जुटायी रकम कनाडा एवं अन्य दूसरे देशों में भेज रहे थे। कहीं इस रकम का इस्तेमाल खालिस्तान समर्थक तो नहीं कर रहे। बता दें कि पंजाब के फाजिल्का के लॉरेंन्स बिश्नोई को राजस्थान पुलिस के साथ एक एनकाउंटर के दौरान पकड़ा गया था। साल वह 2014 के बाद से जेल में बंद है। उसे 2021 में दिल्ली की तिहाड़ जेल लाया गया। वह अलग-अलग जेलों में ले जाया जाता रहा है।