EC ने इजाजत दी पर एलजी ने मेयर चुनाव कैंसिल कर दिया, दावा कर AAP का बीजेपी पर दलितों के अपमान का आरोप
AAP नेताओं ने दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर निशाना साधा और कहा कि यह देश के इतिहास में शायद पहला मौका है जब चुनाव आयोग से इजाजत मिलने के बाद भी एलजी ने मेयर चुनाव कैंसिल कर दिया।
आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि 26 अप्रैल को दिल्ली में मेयर का चुनाव नहीं होगा। AAP नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके लिए दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर निशाना साधा और कहा कि यह देश के इतिहास में शायद पहला मौका है जब चुनाव आयोग से इजाजत मिलने के बाद भी एलजी ने मेयर चुनाव कैंसिल कर दिया। आप ने इसी के साथ बीजेपी पर भी निशाना साधा है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि चुनाव आयोग के अनुमति देने के बाद भी बीजेपी के एलजी ने दिल्ली MCD के मेयर चुनाव नहीं होने दिए। यह देश के संविधान के साथ खिलवाड़ है। इस बार दिल्ली MCD में दलित समाज का मेयर बनना था, लेकिन चुनाव कैंसिल करवाकर BJP ने दलित समाज का अपमान किया है। आप नेता ने आगे कहा कि बीजेपी ने MCD के मेयर चुनाव को कैंसिल किया है। कल को अगर ये लोकसभा चुनाव जीत गए तो कुछ भी कर सकते हैं। BJP के उम्मीदवार तो लोगों से कह भी रहे हैं कि 400 सीट दे दो, संविधान बदलना है।
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद करोल बाग से आप के विधायक रवि ने कहा कि इस बार के मेयर चुनाव में कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी के साथ थी। जाहिर सी बात है कि आम आदमी पार्टी संख्या बल में काफी मजबूत थी और बिल्कुल साफ था कि अगला मेयर आम आदमी पार्टी का बनने वाला है। बीजेपी हर रोज संविधान तोड़ रही है। दिल्ली में भी नियमों को तोड़ बीजेपी ने नया कीर्तिमान बना दिया। हैरानी की बात है कि जब चुनाव आयोग ने कह दिया कि मेयर चुनाव कराए जा सकते हैं तो बीजेपी ने इस चुनाव को रद्द करा दिया।
आप विधायक ने कहा कि बीजेपी घबराई हुई है और उनको पता है कि अगर आम आदमी पार्टी का मेयर बन गया तो बीजेपी लोकसभा चुनाव हार जाएगी। इसलिए उसने चुनाव कैंसिल करा दिए। इस बार नियमों के मुताबिक, एक दलित को मेयर चुना जाना था और आम आदमी पार्टी ने एक दलित उम्मीदवार तय भी कर दिया था। लेकिन बीजेपी को दलित और दलित समाज के लोगों से दिक्कत है, इसलिए उनसे चुनाव कैंसिल करा दिया है। दिल्ली की जनता उन्हें जवाब जरूर देगी।