अपने गिरेबां में झांके AAP, आतिशी के दावे पर हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी का पलटवार
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को आतिशी के दावों पर पलटवार करते हुए केजरीवाल सरकार पर दिल्ली में गहराए जल संकट के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। जानें उन्होंने क्या कहा...
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को केजरीवाल सरकार पर दिल्ली में गहराए जल संकट के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। हरियाणा दिल्ली का पूरा पानी नहीं दे रहा है, आम आदमी पार्टी के इन आरोपों पर सैनी ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली को उसके हिस्से से भी ज्यादा पानी दे रही है। हरियाणा दिल्ली के लोगों की परवाह करता है। आम आदमी पार्टी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं। आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार पर फोकस करने के बजाए जन कल्याण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। केजरीवाल सरकार अपने 10 साल के कार्यकाल में जल वितरण प्रणाली विकसित करने में विफल रही है। दिल्ली के लोग AAP के उन नेताओं को बेनकाब करें जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। AAP नेता सिस्टम सुधारने में विफल रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने सोमवार को वजीराबाद बैराज का दौरा किया। उन्होंने हरियाणा सरकार से यमुना में पानी छोड़ने की अपील की। उन्होंने बताया कि दिल्ली में पानी का उत्पादन लगातार कम हो रहा है। 1004 एमजीडी के सापेक्ष सोमवार को महज 917 एमजीडी पानी का उत्पादन हो सका। जल मंत्री ने कहा कि दिल्ली वालों का जीवन अब हरियाणा के हाथ में हैं।
जल मंत्री ने वजीराबाद जल शोधन संयंत्र परिसर स्थित वाटर फिल्टर और चैनल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यमुना के वजीराबाद बैराज में अब पानी का बहाव नहीं बचा है। जगह-जगह रेत के टीले बन गए हैं। यमुना में जल स्तर 674.5 से घटकर 668 फुट पर पहुंच गया है। साढ़े छह फुट पानी कम हो जाने के कारण अब यहां से प्लांट में पानी पहुंच पाना संभव नहीं है।
इसकी वजह से वजीराबाद जल शोधन प्लांट से जहां रोजाना 134 एमजीडी पानी का उत्पादन होता था, सोमवार को यह घटकर महज 86 एमजीडी पर पहुंच गया है जो अब तक का न्यूनतम स्तर है। यहां से चंद्रावल और ओखला जल शोधन प्लांट में जाने वाला पानी भी बेहद कम हो गया है। मुनक नहर के दो चैनलों में दिल्ली को हरियाणा से प्रतिदिन 1050 क्यूसेक पानी मिलता था, इनमें भी अब पानी का स्तर बेहद कम हो गया है।
आतिशी ने कहा- मुनक नहर के दो चैनलों में औसतन 903 से 905 क्यूसेक पानी मिल पा रहा है। तकरीबन 150 क्यूसेक पानी मुनक नहर में भी कम हो गया है। यमुना और मुनक नहर में हरियाणा से पानी कम छोड़े जाने की वजह से दिल्ली में पानी का कुल उत्पादन भी 1004 एमजीडी से घटकर 917 एमजीडी रह गया है। उन्होंने कहा कि मैं तो बस हरियाणा के सामने हाथ जोड़ सकती हूं। अब दिल्ली के लोगों का जीवन अब हरियाणा के हाथ में है।