कट-ऑफ आधारित प्रवेश प्रक्रिया खत्म करना चाहते हैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले सत्र से दाखिला प्रक्रिया बदल सकती है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति कट-ऑफ आधारित प्रवेश प्रक्रिया के पक्ष में नहीं है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने कहा...
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले सत्र से दाखिला प्रक्रिया बदल सकती है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति कट-ऑफ आधारित प्रवेश प्रक्रिया के पक्ष में नहीं है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने कहा कि मौजूदा कट-ऑफ आधारित प्रवेश प्रणाली छात्रों को उन बोर्डों के छात्रों के लिए दाखिले में बाधा बनती है जहां अंकन सख्त होता है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि यह परिदृश्य एक साल में बदल जाएगा।
प्रो योगेश सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रवेश के आंकड़ों को देखने के लिए एक समिति का गठन किया है और पैनल की सिफारिशों पर आगामी 10 दिसंबर को होने वाली अकादमिक परिषद की बैठक में विचार किया जाएगा। कुलपति ने कहा हमारे पास प्रवेश के लिए कई विकल्प हैं- एक मौजूदा प्रणाली के साथ जारी रखने के लिए, दूसरा विभिन्न बोर्डों के अंकों का सामान्यीकरण हो सकता है। तीसरा प्रवेश परीक्षा हो सकता है और चौथा प्रवेश परीक्षा के लिए 50 प्रतिशत वेटेज और बोर्ड के अंक को 50 प्रतिशत वेटेज दे सकते हैं।
कट-ऑफ (मेरिट-आधारित) प्रणाली को जारी रखने पर अपने व्यक्तिगत विचार के बारे में बात करते हुए, सिंह ने कहा कि वह इसके लिए अधिकृत नहीं हैं। इस संबंध में निर्णय अकादमिक परिषद और कार्यकारी परिषद को लेने देना चाहिए। कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि जिन बोर्डों के पास "लचीली" अंकन प्रणाली है, उन्हें मौजूदा प्रणाली में दूसरों पर एक फायदा है, जबकि सख्त बोर्डों के छात्र पीड़ित हैं। इस संबंध में निर्णय अकादमिक परिषद और कार्यकारी परिषद को लेने देना चाहिए।