दिल्ली के 222 स्कूलों को मिली बम से उड़ाने की धमकी, टेंशन के बीच 5 हजार पुलिसकर्मियों ने कैसे संभाला मोर्चा
Delhi School Bomb Threat: दिल्ली के 222 स्कूलों को मंगलवार को बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल मिला। टेंशन के बीच पांच हजार पुलिसकर्मियों ने सहजता से स्थिति को संभाला। ईमेल की भाषा आईएम जैसी है।
दिल्ली में बुधवार को एक साथ 222 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी का ई-मेल मिलने से उपजी तनावपूर्ण स्थिति को करीब पांच हजार पुलिसकर्मियों ने बड़े सहज अंदाज में संभाला। स्थानीय पुलिस के अलावा दिल्ली पुलिस के सभी 15 बम निरोधक दस्तों, 15 श्वान दस्तों, 15 क्राइम टीम और फायर विभाग की 90 टीमों ने पहले स्कूलों को बिना अफरातफरी मचाए खाली कराया, फिर सघन तलाशी ली। कुछ न मिलने पर कॉल को झूठी कॉल करार दिया गया।
केंद्रीय एजेंसियां भी अलर्ट पर
धमकी भरे ई-मेल मिलने के बाद मचे बवाल के मद्देनजर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एहतियातन आपदा प्रबंधन और अन्य केंद्रीय एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया था। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने प्रोटोकॉल के तहत जांच के लिए जरूरी कदम उठाए।
आईपी एड्रेस का पता लगा रही पुलिस
दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट, स्पेशल सेल और इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट उस आईपी एड्रेस का लगाने का प्रयास कर रही है, जहां से सभी स्कूलों को ई-मेल किया गया है। इस तरह से ई-मेल वीपीएन कनेक्शन का इस्तेमाल करके भेजे जाते हैं। साइबर टीम को भरोसा है कि जल्द ही आईपी एड्रेस का पता लगा लिया जाएगा। अंदेशा है कि डार्क वेब का इस्तेमाल किया गया होगा।
धमकी की भाषा आईएस जैसी
एक ही ई-मेल दिल्ली के सभी स्कूलों में भेजा गया। इसका रूसी कनेक्शन सामने आ रहा है। दिल्ली पुलिस की तफ्तीश में पता चला है कि ई-मेल सभी को सीसी किया गया था और आरयू लिखा था। यह आरयू ही रूस कनेक्शन की तरफ इशारा कर रहा है। यह जरूरी नहीं है कि सभी मेल रूस से ही भेजे गए हों। भारत या फिर किसी अन्य देश से भी अंजाम दिया जा सकता है। स्कूलों को मिले ईमेल में कुछ धार्मिक नारों का जिक्र करते हुए धमकी दी गई है। कहा गया है कि स्कूलों में कई जगह बम लगाए गए हैं। जल्द तुम सब मारे जाओगे। ये शब्दावली आईएस से मिलती है।
इन पांच बिंदुओं पर काम कर स्थिति को काबू किया
1. स्कूल प्रशासन से समन्वय- कॉल मिलते ही तकरीबन सभी स्कूलों में स्थानीय पुलिस पहुंची। पुलिस ने स्कूल प्रशासन के साथ मिलकर बिना किसी अफरातफरी के पहले स्कूल खाली करने के लिए योजना बनाई।
2. एक-एक कोना छान मारा- बम निरोधक दस्ते और स्वान दस्ते ने स्कूल परिसरों की सघन तलाशी ली। इस दौरान कोई हादसा न हो, इसका पूरा ख्याल रखा गया।
3. आपात हालात के लिए तैयार- आपात स्थिति से निपटने के लिए स्कूलों के बाहर पीसीआर, दमकल विभाग के दस्ते और क्राइम टीम तैनात रही।
4. अफरातफरी पर नियंत्रण- बच्चों को तत्काल घर पहुंचाने के लिए बस और कैब का इंतजाम किया। स्कूल पहुंच रहे अभिभावकों के साथ बच्चों को भेजा गया। इस दौरान यह ध्यान रखा गया कि एक-एक बच्चा सुरक्षित घर पहुंच जाए।
5. 200 मीटर के दायरे में रास्ते सील किए- स्कूल-आसपास के करीब दो सौ मीटर के दायरे में आने वाली जगह को खाली कराकर रस्सी के सहारे रास्ते को जांच के दौरान बंद कर दिया गया।
पुरानी घटनाएं
● 12 फरवरी, 2024 एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, पुष्प विहार में बम की धमकी का हॉक्स (झूठा) ईमेल मिलने से हड़कंप मचा था।
● 12 मई, 2023 मथुरा रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में बम होने की फर्जी सूचना मिली थी।
● 12 अप्रैल, 2023 डिफेंस कॉलोनी स्थित इंडियन स्कूल में बम की हॉक्स कॉल मिली थी।
● 15 दिसम्बर, 2017 खान मार्केट में बम प्लांट करने की पुलिस के पास आई कॉल।
● 17 अगस्त, 2017 हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की आई पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल।
● 27 मार्च, 2016 जेट एयरवेज की 6 फ्लाइट में बम होने की सूचना ।
नोट: करीब 80% मामले सुलझा लिए गए। इनमें स्थानीय लोग ही शामिल थे। वहीं, कॉल के बाद विदेश फरार हुए या विदेशी से आई कॉल के केस नहीं सुलझे