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दिल्ली के डॉक्टरों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बचाई असम की बाढ़ में फंसे बीमार आदमी की जान

दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टरों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक शख्स की जान बचाई, जो असम के बाढ़ वाले इलाके में फंस गया था और लिवर फेल्योर की बीमारी से पीड़ित था। अस्पताल के अनुसार,...

Praveen Sharma नई दिल्ली। एएनआई , Thu, 30 July 2020 06:34 PM
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दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टरों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक शख्स की जान बचाई, जो असम के बाढ़ वाले इलाके में फंस गया था और लिवर फेल्योर की बीमारी से पीड़ित था।

अस्पताल के अनुसार, लगभग दो सप्ताह पहले एक बीमार व्यक्ति के फार्मासिस्ट दोस्त ने सर गंगा राम अस्पताल के सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी और लिवर ट्रांसप्लांट विभाग के कंसल्टेंट डॉ. उषाथ धीर को फोन किया था। 

अस्पताल ने कहा कि मोफिसुर रहमान अपने दोस्त लालचंद बिस्वास की मदद करना चाहते थे, जो लिवर सिरोसिस के कारण एक्यूट लिवर फेल्योर की समस्या से पीड़ित थे। मोफिसुर रहमान ने डॉक्टरों को बताया कि मरीज को नींद आ रही थी, जिससे उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और पेट के हिस्से में भी सूजन थी।

नाव पर किया इलाज

डॉ. धीर ने एएनआई को बताया कि अस्पताल की मदद से उन्होंने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस सत्र के माध्यम से क्विक मेडिकल कंसल्टेशन की व्यवस्था की। डॉक्टर ने कहा कि उस क्षेत्र में मोबाइल सिग्नल भी नहीं थे, जहां मरीज फंसा हुआ था। उसे तुरंत नाव की मदद से एक ऐसी जगह ले जाया गया, जहां मोबाइल सिग्नल उपलब्ध थे और पूरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग उस छोटी नाव पर ही की गई थी। 

डॉक्टरी बातें समझता था दोस्त

उन्होंने कहा कि किस्मत से मरीज के उस दोस्त के पास फार्मेसी में एक डिग्री थी और वह चिकित्सकीय बातों को आसानी से समझ भी सकता था और थोड़े समय में जरूरी दवाओं की व्यवस्था कर सकता था। इसके साथ ही वह भी हमारे निर्देश का पालन करके इंजेक्शन और एनीमा का संचालन करने में भी सक्षम था। एक घंटे के भीतर मरीज की स्थिति की जांच के लिए उसे फिर से संपर्क किया गया, लेकिन उनके द्वारा बिस्वास की हालत स्थिर थी।

आगे के इलाज के लिए दिल्ली लाया जाएगा

डॉक्टर धीर ने बताया कि सर गंगा राम अस्पताल द्वारा मरीज को न केवल चिकित्सकीय सलाह दी गई थी, बल्कि हमने यह भी व्यवस्था की और सुनिश्चित किया कि एक महीने के लिए जीवन रक्षक दवाएं रोगी तक पहुंचें। अब जब लॉकडाउन को हटाया जा रहा है, तो हमारा अस्पताल आगे के इलाज के लिए मरीज दिल्ली लाने की व्यवस्था भी कर रहा है।   

दिल्ली के डॉक्टर से सलाह लेने वाले मरीज के दोस्त रहमान ने कहा कि तुरंत चिकित्सा सलाह के बिना, मेरे दोस्त की मौत हो जाती। मैं उसकी मदद करना चाहता था क्योंकि उसके पास परिवार में कोई नहीं है जो उसकी देखभाल कर सके, मैं चिकित्सा सहायता देने के लिए सर गंगा राम अस्पताल का शुक्रगुज़ार हूं। फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है और स्थिति सामान्य होने पर उसे आगे के इलाज के लिए दिल्ली लाया जाएगा। 

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