संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने से पहले इंडिया गेट और सदर बाजार क्यों गए आरोपी, जानें
संसद की सुरक्षा में सेंध : संसद में घुसने से पहले इंडिया गेट पर जहां वो इकट्ठा हुए थे वहां भी उन्हें ले जाया गया। सूत्रों ने कहा कि संसद में घुसने से पहले इंडिया गेट पर ही आरोपियों ने झंडा बांटा था।
देश की संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों के खिलाफ पुलिस गहन जांच-पड़ताल कर रही है। सूत्रों ने कहा है कि इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सभी आरोपियों को लेकर उन सभी जगहों पर पहुंची जहां से वो सभी जुटे और जहां से उन्होंने 13 दिसंबर को संसद में लहराने के लिए झंडे खरीदे थे। सूत्रों के मुताबिक, संसद में घुसने वाले सागर शर्मा और मनोरंजन डी को बुधवार को सदर बाजार इलाके में उस जगह पर ले जाया गया जहां से उन्होंने झंडे खरीदे थे। इसके अलावा संसद में घुसने से पहले इंडिया गेट पर जहां वो इकट्ठा हुए थे वहां भी उन्हें ले जाया गया। सूत्रों ने कहा कि संसद में घुसने से पहले इंडिया गेट पर ही आरोपियों ने झंडा और स्प्रे बांटा था।
इसके अलावा इन दोनों को महारानी बाग इलाके में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी भी ले जाया गया था। बताया जा रहा है कि यहां उन्होंने एक बैठक की थी और अपने प्लान पर चर्चा की थी। इस मामले की जांच कर रहे एक अफसर ने कहा कि आरोपियों को इन जगहों पर इसलिए ले जाया गया ताकि पुलिस कुछ दिनों पहले संसद की सुरक्षा में लगी सेंध की सिक्वल को समझ सके।
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम, अमोल शिंदे, ललीत झा और हमेश कुमावत शामिल है। इन सभी पर UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है। संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी पब्लिक गैलरी से लोकसभा चैंबर में कूदे थे। उस वक्त शून्य काल चल रहा था। कूदने के बाद इन्होंने पीले रंग के गैस का स्प्रे किया था और नारे भी लगाए थे। बाद में सांसदों ने इन्हें पकड़ लिया था।
लगभग उसी समय अमोल शिंद और नीलम देवी ने 'तानाशाही नहीं चलेगी' का नारा लगाते हुए संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया और इसी रंग का गैस भी स्प्रे किया था। दिल्ली पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। गुरुवार को पुलिस ने सभी अभियुक्तों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी है। सभी आरोपी 5 जनवरी तक पुलिस की कस्टडी में हैं।