कर्ज से परेशान दिल्ली पुलिस के एसआई ने ड्यूटी पर दी जान, बेटे ने बताई पूरी बात
दिल्ली के वसंत विहार में पीसीआर में तैनात 53 वर्षीय सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने मंगलवार तड़के सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पीड़ित परिजनों का कहना है कि संजीव ने एक चिटफंड कंपनी से...
दिल्ली के वसंत विहार में पीसीआर में तैनात 53 वर्षीय सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने मंगलवार तड़के सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पीड़ित परिजनों का कहना है कि संजीव ने एक चिटफंड कंपनी से कुछ रकम उधार ली थी, जिसे वह चुका नहीं पा रहे थे। इससे आशंका जताई जा रही है कि कर्ज न चुका पाने पर उन्होंने यह कदम उठाया।
लिव इन पार्टनर को मार शव बक्से में छिपाया, 4 माह पहले ही लिया था कमरा
पिछले 24 घंटे में पुलिसकर्मी द्वारा खुदकुशी करने की यह दूसरी घटना है। रविवार रात हरिनगर थाने में हवलदार ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस के अनुसार, एसआई संजीव कुमार मालवीय नगर स्थित पीटीएस कॉलोनी में रहते थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी हैं। बेटी की शादी हो चुकी है। 25 वर्षीय बड़ा बेटा अमन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है, जबकि 20 वर्षीय छोटा बेटा यश ओपन से ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है। संजीव की तैनाती वसंत विहार इलाके में थी। रात आठ से सुबह आठ बजे तक उनकी शिफ्ट थी। बेटे अमन ने बताया कि सोमवार रात वह पिता को बाइक से ड्यूटी पर छोड़कर आया था। रात करीब सवा तीन बजे सूचना मिली कि पिता ने अपनी छाती में गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। मौके पर पहुंचे परिजनों को बताया गया कि वह पीसीआर खड़ी कर कुर्सी पर बैठे थे। इस दौरान ही उन्होंने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। पुलिस संजीव के सहकर्मियों और परिजनों से पूछताछ कर रही है।
कंपनी मालिक का दबाव था
बेटे अमन ने बताया कि उसके पिता ने एक चिटफंड कंपनी से कुछ रकम उधार ली थी। जिसे वह चुका नहीं पा रहे थे। इसके चलते कंपनी मालिक ने उन पर केस कर दिया था। हालांकि बातचीत के दौरान मीडिएशन सेल की तरफ से 25000 रुपये प्रति महीना की किश्त तय कर दी गई थी। मगर पिछले दो महीने से वह किश्त भी नहीं दे पा रहे थे, तो कंपनी मालिक उन पर दबाव डाल रहा था। इस कारण वह मानसिक तनाव में थे।
पत्नी की हालत भी नाजुक
अमन ने बताया कि उसकी मां की तबीयत भी पिछले कुछ समय से ठीक नहीं है। मां ने मौसी को किडनी दान की थी। इसके बाद से ही उनकी तबीयत भी ठीक नहीं रहती है। अब पिता की मौत का सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही है।इसकी वजह से उनकी हालत नाजुक हो गई है।