दिल्ली में अफीम-हेरोइन का इंटरनेशनल सिंडिकेट, पुलिस ने 3 को पकड़ा; 40 करोड़ का नशीला पदार्थ जब्त
बताया जा रहा है कि नशे की इस बड़ी खेप को दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और राजस्थान जैसे राज्यों में ठिकाने लगाने की तैयारी थी। लेकिन उससे पहले दिल्ली पुलिस ने नशे की इस खेप को जब्त कर लिया है।
नशे पर प्रहार जारी है। अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस की स्पेशल सेल ने अंतराष्ट्रीय नारकोटिक सिंडिकेट का भंडाफोड़ कर दिया है। यह सिंडिकेट हेरोइन और अफीम की तस्करी में शामिल था। इनके पास से बड़ी तादाद में हेरोइन और अफीम मिली है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 40 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस ड्रग कार्टेल से जुड़े तीन सदस्यों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार भी किया है। बताया जा रहा है कि नशे का यह सामान मणिपुर से लाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि नशे की इस बड़ी खेप को दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और राजस्थान जैसे राज्यों में ठिकाने लगाने की तैयारी थी। लेकिन उससे पहले दिल्ली पुलिस ने नशे की इस खेप को जब्त कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि दो अलग-अलग ऑपरेशन्स में 2.7 किलोग्राम हेरोइन और 100 किलोग्राम से ज्यादा अफीम मिली है। पुलिस ने इस दौरान तीन वाहनों को जब्त किया है। पुलिस ने कहा कि यह ड्रग्स और अफीम मणिपुर से लाए गए थे और दिल्ली-एनसीआर तथा पंजाब औऱ राजस्थान में इन्हें सप्लाई करना था। पुलिस ने इस दौरान 26 साल के एक शख्स मोहम्मद इरफान को पकड़ा है। इरफान मणिपुर के इम्फाल का रहने वाला है। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (स्पेशल सेल). आलोक कुमार ने कहा कि बरामद किये गये ड्रग्स म्यामांर बॉर्डर से मणिपुर आए और फिर इन्हें दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करने की योजना थी।
पुलिस ने बताया है कि शनिवार को गाजीपुर के नजदीक से आरोपी को पकड़ा गया था उसने बताया है कि वो असम से दिल्ली ड्रग्स अपनी गाड़ी के जरिए लाता था। उसे इसके लिए 20,000 रुपये मिलते थे। आरोपी ने पुलिस को बताया है कि बरामद किये गये खेप को उसके एक सहयोगी Veineilhing Kipgen को दिल्ली में दिया जाना था। Kipgen ने ही उसे पैसों का लालच दिया था और अवैध ड्रग्स को असम से दिल्ली लाने के लिए कहा था।
नशे के खिलाफ एक अन्य ऑपरेशन में स्पेशल सेल ने तीन आरोपियों को पकड़ा है। इनमें 52 साल का ओंकार मल, 42 साल का ओम प्रकाश और 35 साल का विकास पारिख शामिल हैं। यह सभी राजस्थान के रहने वाले हैं। इन सभी दिल्ली में 13 मार्च को पकड़ा गया था। यह सभी मणिपुर से 100 किलोग्राम से ज्यादा का अफीम ला रहे थे। कार की कंटेनर में नशे की यह सामग्री रखी गई थी। इसे भी दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान में सप्लाई करने की योजना थी।
आरोपियों ने खुलासा किया था वो दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान में ड्रग्स सप्लाई करने के काम में पिछले 10 साल से लगे हुए थे। प्रकाश इस सिंडिकेट का किंगपिन है। वो असम के रहने वाले शख्स से अफीम लेता था। वो पॉलीथिन में ड्रग्स रखता था और फिर वाहन से इसकी तस्करी करवाता था।
याद दिला दें कि इसी महीने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राष्ट्रीय राजधानी में ड्रग्स तस्करी से जुड़े एक अन्य अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया था। उस वक्त यह जानकारी शामिल आई थी कि स्पेशल सेल ने अपनी छापेारी में 14 किलोग्राम से ज्यादा मेथाक्वलोन बरामद किया है। इसके अलावा पुलिस ने एक कार भी जब्त की थी।
कहा जा रहा था कि इस कार का इस्तेमाल नशे की खेप को लाने और ले जाने के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने 3 अफ्रीकी नागरिकों को इस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया था। यह भी जानकारी सामने आई थी कि ड्रग्स को ग्रेटर नोएडा के एक मकान में स्टोर कर रखा जाता था।