असदुद्दीन ओवैसी के आवास पर तोड़फोड़ मामले में दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया केस, क्या बोले आरोपी?
दिल्ली पुलिस ने AIMIM प्रमुख एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के राष्ट्रीय राजधानी के आवास पर तोड़फोड़ की घटना को लेकर लोगों के एक समूह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
दिल्ली पुलिस ने AIMIM प्रमुख एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के राष्ट्रीय राजधानी के आवास पर तोड़फोड़ की घटना को लेकर केस दर्ज किया है। अपने आवास पर तोड़फोड़ की घटना को लेकर खुद असदुद्दीन ओवैसी की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई थी। AIMIM प्रमुख ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा करते हुए तोड़फोड़ की तस्वीरें साझा कीं थीं। ओवैसी ने आरोपियों को सीधे उनसे टकराने की चुनौती दी थी। अब पुलिस ने लोगों के एक समूह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
बता दें कि बीते दिनों कुछ उपद्रवियों ने 34 अशोक रोड स्थित असदुद्दीन ओवैसी के घर के बाहर नेमप्लेट पर काली स्याही पोत दी थी। यही नहीं आरोपियों ने इजरायल के समर्थन में पोस्टर भी चिपकाए थे। घटना के बाद AIMIM प्रमुख ओवैसी ने पोस्ट में लिखा, 'आज अज्ञात बदमाशों ने मेरे घर पर काली स्याही फेंकी। अब तो मैं गिनती ही भूल गया हूं कि दिल्ली में मेरे घर को कितनी बार निशाना बनाया गया है। जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह सब कैसे हो गया तो उन्होंने बेबसी जाहिर की।'
ओवैसी ने अपनी पोस्ट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी टैग किया था। उन्होंने कहा था कि यह सब आपके होते हुए हो रहा है। हमें बताएं कि सांसदों की सुरक्षा की गारंटी होगी या नहीं। मैं घर को निशाना बनाने वाले दो कौड़ी के गुंडों से कहना चाहता हूं कि ऐसी हरकतों से मुझे डर नहीं लगता है। सावरकर जैसी कायरतापूर्ण हरकतें बंद करो। हिम्मत है तो मेरा सामना करो। पत्थरबाजी कर के या स्याही फेंकने के बाद भाग मत जाना।
इस बीच, ओवैसी के घर पर हमला करने के आरोपियों ने कहा कि फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले ओवैसी के विवादास्पद बयानों से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मामले के एक आरोपी विजय ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस ने हमारे खिलाफ कार्रवाई की है। हम बता देना चाहते हैं कि हमने कुछ भी अनुचित नहीं किया है। एक सांसद के रूप में ओवैसी ने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया। यह उचित नहीं है। ओवैसी जय भारत कहने के बजाय जय फिलिस्तीन के नारे लगा रहे हैं।
आरोपी विजय ने कहा- मैं बता देना चाहता हूं कि हम भगोड़े नहीं हैं। हम इस देश के नागरिक हैं और हम इससे भागेंगे नहीं। एक अन्य आरोपी ने कहा- मैं महज 19 साल का हूं लेकिन समझें कि यदि कोई छात्र ओवैसी के आवास के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने जाता है, तो स्पष्ट है कि एक नागरिक के रूप में उसकी भावनाएं आहत हुई हैं। ओवैसी ने 'जय भारत' के बजाए फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाए। इससे हमारी भावनाएं आहत हुई हैं।
आरोपी ने कहा कि हम पर पत्थरबाजी का बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है। हमने केवल जय भारत के पोस्टर चिपकाए थे। इसमें क्या यह गलत है? यदि असदुद्दीन ओवैसी दावा कर रहे हैं कि हमने स्याही लगाई और पत्थरबाजी से खिड़की तोड़ी तो उनके पास 20 कैमरे हैं, हम चाहेंगे कि वे इसकी फुटेज दिखाएं। इस बीच दिन में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों ने असदुद्दीन ओवैसी के 'जय फिलिस्तीन' नारे के विरोध में दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन किया।
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