Hindi Newsएनसीआर न्यूज़delhi police bust fake call centre at vasant kunj farmhouse 18 arrested

पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का किया भंडाफोड़, चाइल्ड पोर्नोग्राफी के नाम पर अमेरिकियों से करोड़ों ठगे

दिल्‍ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी का डर दिखाकर अमेरिकी नागरिकों से करोड़ों ठगने वाले गिरोह का खुलासा किया है। वसंत कुंज में तीन पार्टनर ने फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर खोला था।

Sneha Baluni प्रमुख संवाददाता, नई दिल्‍लीTue, 1 Aug 2023 09:34 AM
share Share

दिल्‍ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी का डर दिखाकर अमेरिकी नागरिकों से करोड़ों रुपये ठगने वाले गिरोह का खुलासा किया है। दिल्ली के पॉश इलाके वसंत कुंज में तीन पार्टनर ने मिलकर फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर खोला था। जहां से टेलीकॉलिंग के लिए नौजवानों को रखा था। क्राइम ब्रांच ने कॉल सेंटर पर छापेमारी कर दो पार्टनर समेत 18 लोगों को दबोचा है। कॉल सेंटर के आरोपी पार्टनरों में मनिंदर उर्फ सोनू, अमन दुग्गल और रणवीर सिंह शामिल हैं। 

फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर से अमेरिकी नागरिकों को विभिन्‍न कंपनियों के कस्टमर एग्जीक्यूटिव बनकर कॉल की जाती हैं और उनका सिस्टम हैक कर बैंक डिटेल और निजी जानकारी हासिल की जाती है। डिटेल हासिल करने के बाद अमेरिकी नागरिकों को ये कॉलर बताते हैं कि उनके फोन और सिस्टम से चाइल्ड पोर्नोग्राफी डाउनलोड की गई है, जबकि अमेरिका में चाइल्ड पोर्नोग्राफी अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे में अमेरिकी नागरिकों को कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर रकम ऐंठी जाती थी। 

कॉल सेंटर में 14 नौजवान हेडफोन लगाकर लैपटॉप के जरिये कॉलिंग में जुटे थे। रणवीर सिंह कॉल सेंटर का मालिक है। वह अपने दोस्तों अमन दुग्गल और रणवीर के साथ मिलकर पार्टनशिप में यह सेंटर चला रहा था। इसके बाद पुलिस ने गुरुग्राम से अमन दुग्गल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से करीब दर्जनभर से अधिक लैपटॉप, कई मोबाइल, वाईफाई राउटर और अन्य सामान बरामद हुआ है।

अमेरिकी नागरिकों को मेजते थे ब्लैकमेल के मैसेज

कॉल सेंटर से आरोपी बल्क में अमेरिकी नागरिकों को मैसेज भेजते थे। जिसमें अलग-अलग तरह के ट्रांजेक्शन चार्ज लगने, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में वायरस आना, सिस्टम हैक होना सहित कई चीजें लिखी होती थीं। इसके बाद बतौर सिक्‍योरिटी अमाउंट रकम देने के लिए इंस्टॉल नाम का ऐप डाउनलोड करा देते थे या फिर खुद भी कर देते थे, ताकि वे कॉल करने वाले शख्स के बैंक व निजी जानकारी को हासिल कर सकें। फिर चाइल्ड पोर्नोग्राफी में फंसने पर कानूनी कार्रवाई का भय दिखाते हुए वसूली करते थे।

अगला लेखऐप पर पढ़ें