Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Delhi: Now park your vehicle through FASTag at Kashmere Gate metro station

दिल्ली : अब कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर फास्टैग से हो सकेगी पार्किंग

दिल्लीवाले हाईवे पर लगने वाले टोल टैक्स के साथ अब मेट्रो पार्किंग का भुगतान भी फास्टैग से कर पाएंगे। दिल्ली मेट्रो ने कश्मीरी गेट स्टेशन के गेट नंबर-6 पर पहली कैशलेस पार्किंग की शुरुआत की है। अगर...

Shivendra Singh वरिष्ठ संवाददाता, नई दिल्लीWed, 7 July 2021 08:40 AM
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दिल्लीवाले हाईवे पर लगने वाले टोल टैक्स के साथ अब मेट्रो पार्किंग का भुगतान भी फास्टैग से कर पाएंगे। दिल्ली मेट्रो ने कश्मीरी गेट स्टेशन के गेट नंबर-6 पर पहली कैशलेस पार्किंग की शुरुआत की है। अगर आपके वाहन में फास्टैग नहीं है तो आप यूपीआई से भी भुगतान कर सकते हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के साथ मिलकर इसकी शुरुआत की है। 

डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने इस पार्किंग की शुरुआत करते हुए कहा कि कैशलेस पार्किंग की सुविधा डिजिटल इंडिया विजन को आगे बढ़ाता है। यह हमारा पायलट प्रोजेक्ट है। लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद दूसरे स्टेशनों पर भी इसकी शुरुआत की जाएगी। इस मौके पर स्टेशन पर मल्टीमॉडल इंटिग्रेशन के तहत ऑटो, टैक्सी, ई-रिक्शा के लिए अलग-अलग बनाए गए इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट (आईपीटी) लेन का भी उद्घाटन किया। 

पार्किंग में 229 वाहन खड़े हो सकेंगे
कश्मीरी गेट स्टेशन के गेट नंबर-6 पर शुरू हुई कैशलेश पार्किंग में 55 चार पहिया और 174 दोपहिया वाहन खड़े करने की सुविधा है। चार पहिया वाहनों के फास्टैग से शुल्क काट लिया जाएगा। वहीं दोपहिया वाहन मालिक यूपीआई से पार्किंग का भुगतान कर सकते हैं। हालांकि दोपहिया वाहन चालकों को डीएमआरसी स्मार्ट कार्ड स्वाइप करके ही प्रवेश मिलेगा। स्मार्ट कार्ड का प्रयोग सिर्फ प्रवेश-निकास और पार्किंग शुल्क की गणना के लिए किया जाएगा। 

एमएमआई शुरू, बेहतर होगी लास्ट माइल कनेक्टविटी
डीएमआरसी ने कश्मीरी गेट स्टेशन के गेट नंबर 6 और 8 पर ऑटो, टैक्सी, ई-रिक्शा के लिए अलग से लेन की शुरुआत की है। इससे अब यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टविटी के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। मेट्रो के मुताबिक एमएमआई (मल्टीमॉडल इंटिग्रेशन) के दूसरे चरण में यहां एक फूड कोर्ट बनाया जाएगा जो कि डीटीआईडीसी द्वारा बनाया जाएगा। एक बस टर्मिनल बनेगा, जिसमें तीन लेन होंगे प्रत्येक लेन में 5 बस खड़े करने की क्षमता होगी। दूसरा चरण पूरा होने के बाद यह परिवहन केंद्र बनेगा, जिससे एक ही जगह सभी तरह के सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध होंगे। 

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