शिक्षकों की न्यू पेंशन स्कीम में हेराफेरी, बैंक के साथ मिलकर अकाउंटेंट ने 547 टीचर्स के पैसे किए ट्रांसफर; ऐसे उजागर हुआ मामला
लेखाकार ने दो बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर 547 शिक्षकों के एनपीएस की रकम उनसे बिना पूछे निजी बैंक में ट्रांसफर कर दिए। लेखाकार बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर रकम हड़पना चाहता था।
माध्यमिक शिक्षा विभाग में कार्यरत लेखाकार द्वारा शिक्षकों की न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। लेखाकार ने दो बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर 547 शिक्षकों के एनपीएस की रकम उनसे बिना पूछे निजी बैंक में ट्रांसफर कर दिए। लेखाकार बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर रकम हड़पना चाहता था। मामले में आरोपी लेखाकार देवेंद्र कुमार, बैंक कर्मचारी योगिता और रवि कुमार समेत कुछ अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि उनके कार्यालय में देवेंद्र कुमार लेखाकार के पद पर कार्यरत हैं। इसी कार्यालय के अधीन 547 अध्यापक और कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। इन सभी अध्यापक और कर्मचारियों का न्यू पेंशन स्कीम के लिए वेतन की 10 और राज्यांश की 14 धनराशि एनएसडीएल मुंबई को हस्तांतरित की जाती है। एनपीएस को निजी बैंकों में भी ट्रांसफर करने का नियम है, लेकिन इसके लिए शिक्षकों की अनुमति मांगी जाती है। आरोप है कि लेखाकार ने बैंक कर्मचारियों के साथ साठगांठ कर सभी शिक्षक और कर्मचारियों के एनपीएस की रकम एचडीएफसी बैंक में ट्रांसफर करा ली, जिसकी किसी को जानकारी नहीं दी गई।
उन्होंने बताया कि लेखाकार शिक्षकों के एनपीएस की रकम को हड़पने की योजना बना रहा था, लेकिन शासन स्तर पर हुई मॉनटिरिंग में वह फंस गया। शासन से इनपुट मिलने के बाद विभागीय स्तर पर इसकी जांच की गई, जिसमें पूरा फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया। डीआईओएस का आरोप यह भी है कि नई पेंशन स्कीम का पासवर्ड लेखाकार के पास था, जिसका उसने दुरुपयोग किया और पोर्टल पर छेड़खानी कर फर्जीवाड़ा किया।