Hindi Newsएनसीआर न्यूज़delhi ncr schools receive bomb threat email police seek cbi help contact russian company

स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मामले में जांच तेज, दिल्ली पुलिस ने CBI से मांगी मदद; रूसी कंपनी से भी संपर्क

दिल्ली-एनसीआर के 200 से ज्यादा स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। दिल्ली पुलिस ने ई-मेल के सटीक स्रोत का पता लगाने के लिए गुरुवार को रूसी मेल सेवा कंपनी से संपर्क किया।

Sneha Baluni भाषा  , नई दिल्लीFri, 3 May 2024 07:16 AM
share Share

दिल्ली-एनसीआर के 200 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मामले में दिल्ली पुलिस ने ई-मेल के सटीक स्रोत का पता लगाने के लिए गुरुवार को रूसी मेल सेवा कंपनी मेल.आरयू से इंटरपोल के जरिए संपर्क किया। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी है। पुलिस ने इंटरपोल के जरिए सूचना हासिल करने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को भी पत्र लिखा है। बुधवार को एक के बाद एक स्कूलों को ईमेल से मिली धमकी के बाद खौफ का माहौल पैदा हो गया था। स्कूलों ने एहतियातन छात्रों को बाहर निकाला। वहीं पैरैंट्स भी अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल की तरफ दौड़े।

इस मामले में दर्ज की गई प्राथमिकी में कहा गया है कि विद्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी वाले ई-मेल का इरादा बड़े पैमाने पर दहशत पैदा करना और राष्ट्रीय राजधानी में लोक व्यवस्था को बिगाड़ना था। अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हालांकि बुधवार को विद्यालयों को उनके परिसरों में बम रखे होने की धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद पुलिस ने विद्यालय परिसरों की जांच की थी लेकिन वहां से कुछ भी नहीं मिला था।

दिल्ली-एनसीआर के 200 से अधिक विद्यालयों को बुधवार सुबह ई-मेल के माध्यम से विद्यालयों परिसरों में बम होने की झूठी धमकी मिली, जिससे अभिभावकों और छात्रों में दहशत फैल गई। बम होने की अफवाह के बाद विद्यालयों को कक्षाएं निलंबित करनी पड़ीं और अभिभावकों से अपने बच्चों को स्कूलों से ले जाने के लिए कहा गया।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि जांच अधिकारियों ने ई-मेल आईडी की जांच करने के लिए अपनी सोशल मीडिया खुफिया टीम का इस्तेमाल किया है और उन्होंने उपकरण के आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) पते का पता लगाने के लिए रूसी कंपनी से संपर्क किया है जिससे ई-मेल भेजा गया था। पुलिस के मुताबिक, जांच अधिकारियों का मानना है कि प्रेषक ने ई-मेल भेजते समय अपनी पहचान छिपाने के लिए वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल किया।

पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि दक्षिण दिल्ली के एक स्कूल को 2023 में ईमेल से धमकी दी गई थी। अधिकारी ने कहा कि ईमेल भेजने वाले ने उसी मेल सेवा, मेल डॉट आरयू का इस्तेमाल किया था। अधिकारी ने कहा कि उस मामले में प्रेषक का पता नहीं चल पाया। अधिकारी ने बताया कि लेकिन नए मामले में, दिल्ली पुलिस ने इंटरपोल के माध्यम से कंपनी को पत्र लिखा है और प्रेषक के विवरण तक पहुंचने में मदद मांगी है। इंटरपोल एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो दुनिया भर में पुलिस सहयोग की सुविधा प्रदान करता है।

हालांकि, एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ के अनुसार यदि प्रेषक ने ई-मेल भेजने के लिए वीपीएन या प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग किया है तो उसके आईपी पते और विवरण का पता लगाना मुश्किल हो सकता है। कुछ विद्यालयों के प्राचार्यों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कई स्कूल बृहस्पतिवार को सामान्य स्थिति में खुले लेकिन उन स्कूलों में भी उपस्थिति प्रभावित हुई है जहां ये धमकी भरे मिले नहीं गए थे।

दिल्ली पुलिस ने स्कूलों में बम होने की झूठी जानकारी देने के मामले में इंटरपोल के जरिए सूचना हासिल करने के लिए सीबीआई को भी पत्र लिखा है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सीबीआई को भारत का राष्ट्रीय केन्द्रीय ब्यूरो भी कहा जाता है और इसे इंटरपोल इंडिया के नाम से भी जाना जाता है। यह इंटरपोल के साथ सभी संवाद और समन्वय के लिए जिम्मेदार है।

उन्होंने बताया कि सीबीआई दिल्ली पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी इंटरपोल को भेज सकती है और फिर इंटरपोल इसे सभी सदस्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भेजेगा। जांचकर्ता मामले को सुलझाने के लिए इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) और भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) सहित अन्य एजेंसियों की भी मदद ले रहे हैं। मामले में, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 505 (2) (वर्गों के बीच दुश्मनी, घृणा या दुर्भावना पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान), 507 (गुमनाम संचार द्वारा आपराधिक धमकी), और 120 (बी) (आपराधिक साजिश की सजा) के तहत स्पेशल सेल पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें