नए चरणों में कॉलोनियों के और नजदीक होगी दिल्ली मेट्रो, DMRC चीफ ने बताया फ्यूचर प्लान
एनसीआर के शहरों को आपस में जोड़ने व सुरक्षित सफर संग अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाने वाली मेट्रो का विस्तार आगे भी जारी रहेगा। डीएमआरसी फेज-4 के बाद भी विस्तार की संभावनाएं देख रहा है
एनसीआर के शहरों को आपस में जोड़ने और सुरक्षित सफर के साथ अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाने वाली मेट्रो का विस्तार आगे भी जारी रहेगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) मेट्रो फेज-4 के बाद भी विस्तार की संभावनाएं देख रहा है। भविष्य की योजनाओं और विस्तार को लेकर शुक्रवार को मेट्रो के प्रबंधन निदेशक विकास कुमार से ‘हिन्दुस्तान’ के मेट्रो एडिटर गौरव त्यागी और प्रमुख संवाददाता बृजेश सिंह की खास बातचीत। पेश हैं प्रमुख अंश...
● कोविड के बाद जब आपने कार्यभार संभाला तो समय बेहद चुनौतीपूर्ण था। यात्रियों की वापसी के लिए क्या किया?
वह बेहद मुश्किल समय था। पहली बार हमें परिचालन में नुकसान हो रहा था। हमने सबसे पहले यह सुनिश्चित किया कि कोविड के दौरान भी यात्रियों के लिए सफर सुरक्षित हो। अलग-अलग माध्यमों से यात्रियों की शिकायतों का निपटारा तेज किया। मेट्रो की स्पीड बढ़ाई। ऑनलाइन, ऐप बेस्ड समेत अन्य माध्यमों से टिकटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई। टोकन की जगह क्यूआर बेस्ड टिकटिंग की सुविधा दी। अब हम ऑपरेशनल प्रॉफिट में हैं।
● मेट्रो को लेकर यात्रियों की सबसे ज्यादा क्या शिकायतें हैं। उन्हें कैसे दूर कर रहे हैं?
पहले स्टेशन पर लिखित शिकायत की व्यवस्था थी। अब वह ई-मेल, कॉल सेंटर व सोशल मीडिया कई माध्यमों से सीधे शिकायत कर सकते हैं। सबसे ज्यादा शिकायत ऑनलाइन व क्यूआर कोड टिकटिंग को लेकर है, जिसमें पैसे फंसने को लेकर है। हम उस पर काम कर रहे हैं। शायद यही वजह है कि लोग ऑनलाइन टिकटिंग पर कम आ रहे हैं।
● मेट्रो का चौथा चरण देरी से चल रहा है। तीनों कॉरिडोर पर कितना काम हो चुका है?
मेट्रो फेज-4 देरी से चल रहा है, यह हम नहीं बोलेंगे। इसमें कोविड के कारण समस्या आई। दूसरा जमीन का अधिग्रहण और पेड़ों की कटाई एक वजह है। अब भी आजादपुर समेत कई पॉकेट में पेड़ की कटाई और जमीन को लेकर समस्या है। हमारी उसे खोलने की तारीख वहीं है। करीब तीन किलोमीटर (जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम) का सेक्शन इसी अगस्त तक खोल देंगे। तीनों कॉरिडोर को हमने मार्च 2026 तक खोलने का लक्ष्य रखा है।
● मेट्रो स्टेशनों से लास्ट माइल कनेक्टिविटी बड़ी समस्या है। फीडर बसें बंद हो गई हैं?
मेट्रो फीडर बसें बंद नहीं हुई हैं, उन्हें सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है। सरकार उसे चला रही है। हमने सरकार को 152 रूट भी दिए हैं, जिन पर फीडर बसें चलाने के लिए कहा है। सरकार ने बस खरीद प्रक्रिया पूरी कर ली है।
● क्या ऐसा समय आएगा कि यात्री पैदल चलकर मेट्रो नेटवर्क तक पहुंचेंगे?
हमारा विजन यही है कि दिल्ली में 500 मीटर के दायरे में लोगों को मेट्रो मिल जाए। यह सिर्फ दिल्ली ही नहीं, एनसीआर के शहरों के लिए भी कह रहा हूं। उसके बाद इंटरचेंज स्टेशन और इंटर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएंगे, ताकि जिसे जहां जाना है वहां चला जाए। मेट्रो फेज-4 के साथ उसी दिशा में बढ़ रहे हैं, जिससे 106 किलोमीटर कॉरिडोर बढ़ जाएगा। दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की पूरी संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में अगर मोबिलिटी की समस्या का हल निकालना है तो मेट्रो विस्तार करना ही पड़ेगा। हमें मेट्रो नेटवर्क को घना करना होगा। उसके बाद ही हम मेट्रो को हर घर के नजदीक तक पहुंचा पाएंगे। पेरिस और टोक्यो की तरह हम हर घर के और नजदीक मेट्रो की कनेक्टिविटी दे पाएंगे।
● स्मार्ट कार्ड की तरह काम करेगा डायनामिक क्यूआर कोड टिकट?
मेट्रो की क्यूआर कोड टिकटिंग में बड़ा बदलाव कर रहे हैं। डायनामिक क्यूआर कोड ला रहे हैं, जो बदलता रहेगा। इससे कई फायदे होंगे। पहला, उस क्यूआर कोड से धोखाधड़ी की समस्या खत्म हो जाएगी। दूसरा, क्यूआर कोड स्मार्ट कार्ड की तरह काम करेगा। मसलन, उसे अलग-अलग यात्रा के लिए बार-बार क्यूआर कोड टिकट नहीं लेना होगा। अभी हम स्मार्ट कार्ड में एक बार कुछ पैसे रिचार्ज करा लेते हैं तो उससे अलग-अलग यात्राएं कर सकते हैं। डायनामिक क्यूआर कोड में भी यह सुविधा होगी। उसमें रिचार्ज करा लेंगे तो अलग-अलग यात्रा कर सकेंगे। अलग-अलग यात्रा के लिए बार-बार क्यूआर कोड आधारित टिकट खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे स्मार्ट कार्ड की जरूरत भी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी।