दिल्ली मेट्रो फेज-4 पर बड़ा अपडेट, DMRC ने बनाया नया कमांड सेंटर; कैसे यात्रा को बनाएगा आसान
दिल्ली मेट्रो फेज-4 पर बड़ा अपडेट आया है। डीएमआरसी ने मेट्रो फेज चार के कॉरिडोर पर परिचालन सेवा की निगरानी और नियंत्रण के लिए नए परिचालन नियंत्रण कक्ष तैयार कर लिया है। इससे परिचालन पर नियंत्रण होगा।
दिल्ली मेट्रो फेज चार का पहला चरण जुलाई से शुरू हो सकता है। जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम कॉरिडोर पर करीब तीन किलोमीटर का हिस्सा खोला जाएगा। डीएमआरसी ने मेट्रो फेज चार के कॉरिडोर पर परिचालन सेवा की निगरानी और नियंत्रण के लिए नए परिचालन नियंत्रण कक्ष (ओसीसी) तैयार कर लिया है। मेट्रो प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार ने बुधवार को इसका उद्घाटन किया। इससे तीन कॉरिडोर के अलावा रेड लाइन (रिठाला से नया बस अड्डा गाजियाबाद) और येलो लाइन (गुरुग्राम से समयपुर बादली) कॉरिडोर पर परिचालन का भी नियंत्रण होगा।
दिल्ली मेट्रो फेज चार में कुल 65.20 किलोमीटर के कुल तीन कॉरिडोर मौजपुर से मजलिस पार्क, एयरोसिटी से तुगलकाबाद और जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम का निर्माण हो रहा है। इनमें अभी तक कुल 42 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। तीनों कॉरिडोर को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
पांच कॉरिडोर पर निगरानी होगी
मेट्रो फेज चार के लिए मेट्रो भवन में तीसरे तल पर बने नए ओसीसी से येलो और रेड लाइन का परिचालन किया जाएगा। अभी तक इसका परिचालन छठे तल पर बने ओसीसी से किया जाता था। इसके अलावा नए ओसीसी से मेट्रो फेज चार के तीन निर्माणाधीन कॉरिडोर की निगरानी होगी। इसके अलावा भविष्य में फेज चार के तीन कॉरिडोर जिन्हें मंजूरी नहीं मिली है, उसका काम पूरा होने के बाद भी उसकी निगरानी भी इसी से होगी।
ओसीसी से ऐसे काम होता है
एक एकीकृत ओसीसी स्थापित करने का मकसद केंद्रीकृत निगरानी और नियंत्रण सुनिश्चित करना है। मेट्रो नेटवर्क के 40 इंटरचेंज स्टेशनों के साथ, लाइन में खराबी के समय त्वरित निर्णय लेने में भी मदद करती है। किसी घटना के त्वरित समाधान की सुविधा प्रदान करती है। ओसीसी में मुख्य नियंत्रक, यातायात नियंत्रक, ट्रैक्शन पावर नियंत्रक, सिग्नलिंग नियंत्रक और सहायक प्रणाली नियंत्रक कार्यरत है, जो 24 घंटे काम करेगा।
मजलिस पार्क तक 44 फीसदी काम हुआ
दिल्ली मेट्रो फेज चार में कुल 65.20 किलोमीटर के कुल तीन कॉरिडोर मौजपुर से मजलिस पार्क, एयरोसिटी से तुगलकाबाद और जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम का निर्माण हो रहा है। इनमें अभी तक कुल 42 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। मौजपुर से मजलिस पार्क के 12 किलोमीटर कॉरिडोर का 44 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है। तीनों कॉरिडोर को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।